नगर भवन में जिला स्तरीय उर्दू कार्यशाला फरोग- ए- उर्दू सेमिनार व मुशायरा का किया गया आयोजन

विश्वनाथ आनंद .
औरंगाबाद (बिहार)- औरंगाबाद समाहरणालय स्थित नगर भवन में उर्दू निदेशालय मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग बिहार सरकार के योजना अंतर्गत जिला उर्दू भाषा कोषांग समाहरणालय औरंगाबाद के अंतर्गत जिला स्तरीय उर्दू कार्यशाला फरोग- ए- उर्दू सेमिनार एवं मुशायरा का आयोजन किया गया. जिसका विधिवत उद्घाटन औरंगाबाद के जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने दीप प्रज्वलित कर किया. उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि उर्दू वह फारसी हो के, संस्कृत हो के, हिंदी हो, सभी तो फूल हैं, और सब का गुलिस्ता उर्दू. इसी तरह जिला उर्दू भाषा कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी- सह – उप निर्वाचन पदाधिकारी औरंगाबाद मोहम्मद गजाली ने उर्दू भाषा एवं विभाग के कार्यक्रमों पर संक्षिप्त रूप में प्रकाश डालते हुए उर्दू भाषा पर शेयरी अंदाज में कहा कि लश्करियों के जां से निकली सीरी जवान है.

उर्दू , तहजीब -ए- गंग व जमन की तर्जुमान है उर्दू . ऐसे तो उक्त कार्यक्रम के पहले सत्र में जिला उर्दू भाषा कोषांग औरंगाबाद द्वारा मुद्रित एवं प्रकाशित जिला उर्दू नामा औरंगाबाद-2024 का पुस्तक का विमोचन किया गया. सेमिनार के विषय औरंगाबाद का शेयरी मंजरनामा( माजी और हाल के आईने में) पर सीनियर जूनियर आलेख पाठकों द्वारा आलेख का पाठ किया गया. जिसकी अध्यक्षता एस0 सिन्हा कॉलेज के पूर्व उर्दू विभाग अध्यक्ष डॉक्टर कासिम फरीदी द्वारा किया गया. वही कार्यक्रम के दूसरे सत्र में मुशायरा का आयोजन किया गया. जिसमें औरंगाबाद बिहार, तथा अन्य जिला /राज्य के एवं ख्याति प्राप्त शायरों ने भाग लिया. जिनमें मुख्य रूप से मोहम्मद इकबाल अख्तर मुस्तफा मुज्तर, अंजुम आरा, मोहम्मद आफताब राणा (निजामत), मुमताज दानिश, नागेंद्र कुमार केशरी, शब्बीर हसन शब्बीर, मोहम्मद निजामुद्दीन कादरी कुरैशी, यूसुफ जीमल, दानिश मामून, कुदरतुल्लाह खा कुदरत, फिरोज अख्तर सरोज कुमार पाठक इकबाल हुसैन फोजिया अख्तर कोलकाता नसीर अहमद ने अपने कलाम से उर्दू प्रेमियों को झूमाया .

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