समाजसेवी मोहम्मद शाहनवाज उर्फ सल्लू खान ने पीड़ित महिला को दवा उपलब्ध कराकर सदर अस्पताल में बचाई जान
विश्वनाथ आनंद .
औरंगाबाद (बिहार)- औरंगाबाद के समाजसेवी मोहम्मद शाहनवाज उर्फ सल्लू खान ने औरंगाबाद के सदर अस्पताल में भर्ती पीड़ित महिला सरस्वती देवी को दवा उपलब्ध कराकर जान बचाई. बताते चलें कि औरंगाबाद सदर अस्पताल में अस्पताल में भर्ती एक महिला की आवाज चली गई थी. महिला को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी, इसके बाद समाजसेवी सल्लू खान ने सदर अस्पताल पहुंच कर दवाइयां का व्यवस्था कराई और महिला की जान बचा ली. इंसान में अगर काम करने का जज्बा हो तो वह कुछ भी कर सकता है.आमतौर पर जब समाजसेवा का नाम आता है, तो किसी एक नाम मो. शहनवाज उर्फ सल्लू खान का ही नाम आता है.शहर में समाजसेवी सह वरीय कांग्रेसी नेता सल्लू ने समाजसेवा के क्षेत्र में सराहनीय काम कर रहे हैं.अपने अपने काम करने के तरीका से गरीब असहाय बेसहारा और जो मजबूर होकर रात में अस्पताल पहुंचते हैं तो कुछ लोग उनको किसी का दर्द भी बताने वाले बताने वालेपीछे नहीं हटते हैं.लोगों की सेवा करते नज़र आ रहे हैं.जरूरतमंद सल्लू खान के काम से इतने प्रभावित हैं कि उनके पास मोबाइल नंबर हैं, जैसे ही उन्हें सदर अस्पताल में इलाज में रात में किसी चीज की जरूरत पड़ी जरूरत होती है तो वे फोन कर देते हैं.
पांच मिनट में उनके पास पहुंच जाता है.सदर अस्पताल में सोमवार की रात भर्ती हुई एक महिला मरीज के परिजन दवा के लिए भटक रहे थे. मगर दवा नही मिल पा रही थी,क्योंकि वह दवा अस्पताल परिसर में उपलब्ध थी और आधी रात होने के कारण बाहर के सारे मेडिकल दुकान बंद थे.ऐसे में इसकी सूचना रात्रि एक बजे पैगाम ए इंसानियत के जिलाध्यक्ष व राहुल गांधी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान को लगी तो वे महिला मरीज के जीवन को किसी भी तरह बचाने के लिए सदर अस्पताल पहुंचे और दवा की खोज में निकल पड़े, लेकिन वह कही नहीं मिल पाई. अंत में उन्हे जानकारी मिली कि वह दवा बच्चा वार्ड में किसी के पास उपलब्ध है.जानकारी मिलते सल्लू खान उक्त मरीज के पास पहुंचे और अनुरोध कर दवा की मांग की. दवा मिलने पर उसे महिला मरीज को देकर उसकी जान बचाई.सल्लू खान ने बताया कि उक्त महिला मरीज जम्होर थाना क्षेत्र के दमोली गांव निवासी विश्वनाथ राम की पत्नी सरस्वती देवी है. जिन्हे सांस की तकलीफ की समस्या थी और स्थिति काफी गंभीर होती जा रही थी.दवा मिलने के बाद महिला का इलाज शुरू हुआ और उसकी जान बची.