कांग्रेस से आचार्य कृष्णम का निष्कासन दुर्भाग्यपूर्ण- डाॅ विवेकानंद मिश्र

विश्वनाथ आनंद.
गया (बिहार)- छात्र जीवन से ही 39 वर्षों तक कांग्रेस के हर बुरे दिनों में साथ रहने वाले अत्यंत ही निष्ठावान समर्पित कद्दावर नेता तथा भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच के वरिष्ठ संरक्षक आचार्य प्रमोद कृष्णम को निष्कासित करना कांग्रेस के लिए अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. डॉक्टर मिश्र ने उनके निष्कासन पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त हुए कहा है कि कांग्रेस ने ब्राह्मण नेताओं एवं उनके सूत्रधारों को नाहक परेशान कर अपमानित कर कांग्रेस से निष्कासित करने का एक लंबा इतिहास बन गया है.जिसकी कड़ी में एक और नया नाम आचार्य प्रमोद कृष्णम का भी जुड़ गया है. कांग्रेस ने ब्राह्मण विमुख होने का अपनी पुरानी परंपराओं को जारी रखने का जो संकेत दिया है वह किसी भी दृष्टिकोण से पार्टी हित में नहीं है.

शीर्ष नेताओं को इस पर शीघ्र गंभीरता पूर्वक पुनर्विचार करने की आवश्यकता पर बल दिया है.डॉ मिश्रा की प्रतिक्रिया पर विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े कांग्रेस के हितैषी तथा भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच से जुड़े बड़ी संख्या में लोगों ने समर्थन किया है.प्रमुख लोगो में राजेश त्रिपाठी रवि भूषण पाठक अरुण ओझा अनंत मराठे रंजीत पाठक पवन मिश्रा डॉक्टर मंटू मिश्रा रजनी चावला सुनीता देवी अधिवक्ता दीपक पाठक शंभू गिरी डॉ रविंद्र कुमार डॉक्टर अरविंद शर्मा रूबी कुमारी विश्वजीत चक्रवर्ती किरण पाठक कविता राऊत पूजा कुमारी अधिवक्ता प्रतिमा पाठक गीता देवी कुमारी संगीता पियूषा गुप्ता मोहम्मद सद्दाम प्रोफेसर रीना सिंह नीलम पासवान पुष्पा गुप्ता सुमन देवी गणेश मिश्रा रमाशंकर मिश्रा डॉ राजेंद्र प्रसाद मिश्रा डॉक्टर परमेश्वर प्रसाद मिश्र ऋषिकेश गुर्दा चांदनी आरिफ तरन्नुम तारा रेशमा परवीन नुसरत जहां तसलीमा नाज सुनील कुमार संजय दास फूल कुमार यादव रूपम दास सुरेंद्र पासवान केवल सिंह रघुवंश नारायण सिंह बृजेश सिंह अजय मिश्रा सहित अन्य लोगों का नाम शामिल है.

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