बिहार केशरी,आधुनिक बिहार के निर्माता राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री डॉक्टर श्रीकृष्ण सिंह को भारतरत्न दिलाने हेतु आंदोलन तेज होगा *
धीरज गुप्ता,
गया । महान स्वतंत्रता सेनानी, बिहार केशरी केशरी, आधुनिक बिहार के निर्माता, राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री डॉक्टर श्रीकृष्ण सिंह की 63 वीं पुण्यतिथि गया के स्थानीय चौक स्थित इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण मे मनाई गई है।सर्वप्रथम डॉ श्रीकृष्ण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात् उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व कृतित्व प्रकाश डाला गया है। बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू ने कहा कि बिहार राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री 1937 मे प्रथम कॉंग्रेस मंत्रिमंडल के समय से लेकर 1961 में अपनी मृत्यु तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे डॉ श्रीकृष्ण सिंह को आधुनिक बिहार का वास्तुकार मा ना जाता है। उन्होंने बैद्यनाथ धाम मंदिर में दलितों के प्रवेश का भी नेतृत्त्व नमस्ते किया था।पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली ने कहा कि बिहार का इतिहास श्री बाबू का इतिहास रहा है। बिहार मे जमींदारी प्र था को समाप्त कराने वाले देश के प्रथम मुख्यमंत्री थे। प्रो डॉ मदन कुमार सिन्हा ने कहा कि डॉक्टर श्रीकृष्ण सिंह जी की सभाओं में उन्हें सुनने जनसैलाब उमड़ जाता था। उन्होंने आजीवन गरीब गरीब, अल्पसंख्यक,, मध्यमवर्गीय परिवार के उत्थान के लिए आजीवन काम किया है।जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह ने कहा कि डॉक्टर श्रीकृष्ण सिंह सामाजिक समरसता, धर्मनिरपेक्षता के पुरोधा थे।इस कार्यक्रम को गया जिला कॉंग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, दामोदर गोस्वामी, शिव कुमार चौरसिया, अमरजीत कुमार, टिंकू गिरी। श्रवण पासवान, उदय शंकर पालित,मोहम्मद समद, रूपेश चौधरी, अशोक राम, आदि ने बिहार केशरी,आधुनिक बिहार के निर्माता श्रीबाबू को भारतरत्न देने की मांग को लेकर वर्षो पहले कॉंग्रेस पार्टी द्वारा सर्वसम्मत प्रस्ताव को अमलीजामा पहनाने हेतु पटना से दिल्ली तक आन्दोलन तेज करेगी। नेताओं ने कहा कि श्रीकृष्ण सिंह की जन्म भूमि एवं कर्मभूमि मध्य- दक्षिण बिहार होने तथा पुरानी गया जिला अभी नवादा जिला में अवस्थित उनकी ननिहाल ख न वां होने के कारण, गया के आमजनों द्वारा वर्षो से गया शहर के राय काशी नाथ तीन मुहाना पर इनकी आदम कद प्रतिमा लगाने की मांग की है।