सर्वाइकल कैंसर से जागरूकता ही बचाव: डॉo माधवी
चंद्रमोहन चौधरी.
घुसियां में किया गया गर्भाशय ग्रीवा कैंसर जागरूकता का आयोजन.
हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर घुसियाकला में गर्भाशय ग्रीवा कैंसर (सर्वाइकल कैंसर) जागरूकता महीने का आयोजन किया गया। सेंटर प्रभारी डॉo माधवी कुमारी ने बताया कि कैंसर दुनिया भर में मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। हर साल तमाम प्रकार के कैंसर के कारण लाखों लोगों की मृत्यु हो जाती है। लोगों में जागरूकता बढ़ाने, रोकथाम, जांच एवं उपचार के बारे में शिक्षित करना अत्यंत आवश्यक है। इसलिए जनवरी माह में गर्भाशय ग्रीवा कैंसर जागरूकता महीना के रूप में मनाया जाता है। भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला दूसरा आम कैंसर एवं महत्वपूर्ण स्वास्थ्य चुनौती है। सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा में विकसित होता है। सर्वाइकल कैंसर के लगभग 99% उच्चतम जोखिम ह्यूमन पपलेनुमा वायरस (एचपीवी) के संक्रमण से जुड़े होते हैं। जो यौन संपर्क के माध्यम से फैलने वाला एक आम वायरस है।
सर्वाइकल कैंसर की शुरुआत में आमतौर पर कोई लक्षण दिखाई नहीं देती है। यहीं कारण है इसका खतरा अधिक हो जाता है। जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है। कुछ लक्षण स्पष्ट होते हैं।जिन पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।संभोग के बाद मासिक धर्म के बीच या राजोनिवृत्ति के बाद योनि से रक्त स्राव तथा सामान्य से अधिक समय तक चलना, दुर्गंध, पेल्विक हिस्से में तेज दर्द इत्यादि लक्षणों पर ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही यौन संचारित संक्रमण एवं धूमपान से कैंसर की खतरा अत्यधिक बढ़ जाता है। उन्होंने बताया इनमें से कोई भी लक्षण आने पर विशेषज्ञों को दिखाएं, सलाह लें । इसके बचाव के उपाय के लिए एचपीवी वैक्सीन लेना महत्वपूर्ण है। टीकाकरण प्राप्त करने से सर्वाइकल कैंसर एवं अन्य संक्रमित बीमारियों में काफी कमी आती है। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य केंद्र के एएनम दीपमाला कुमारी, संजू कुमारी तथा आम जनों की बड़ी भागीदारी रही ।