तीन निजी क्लिनिकों के विरुद्ध अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक ने प्राथमिकी दर्ज कराई

चंद्रमोहन चौधरी ।

बिक्रमगंज अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ ओम प्रकाश ने तीन निजी अस्पतालों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्राथमिकी के लिए दिए गए लिखित प्रतिवेदन में उपाधीक्षक ने बिक्रमगंज के दीपांजली हॉस्पिटल बिक्रमगंज के संचालक विशाल कुमार, माही मेडिकेयर बिक्रमगंज के संचालक डॉ ब्रजेश कुमार एवं रूबी जांच घर एवं अस्पताल कोआथ के विरुद्ध अनिवार्य पंजीयन शर्तों के विरुद्ध संचालन करने का आरोप लगाया है। उपाधीक्षक ने कहा है कि यह कार्रवाई असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी रोहतास के पत्रांक 3037 दिनांक 14 अक्टूबर 2023 के आलोक में जांच किया गया। इधर दीपांजली हॉस्पिटल के संचालक विशाल कुमार ने बताया कि उनके हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन 21 दिसंबर 2022 को ही हुआ है। करीब डेढ़ माह पूर्व 29 नवंबर 2023 को रिन्यूवल (नवीनीकरण) एक वर्ष के लिए हुआ है। उनके अस्पताल में डॉ विजय प्रताप सिंह मरीजों की जांच व नियमित इलाज करते हैं। उन्होंने बताया कि उनसे आवश्यक कागजात की मांग व जांच किए बगैर दुर्भावना से ग्रसित होकर उपाधीक्षक ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। वे इस संबंध में वरीय अधिकारियों को अवगत कराएंगे और जरूरत पड़ा तो बेवजह परेशान व मानहानि के विरुद्ध वे न्यायालय के दरवाजा खटखटाएंगे।

बता दें कि बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र में काफी संख्या में निजी अस्पताल, अल्ट्रासाउंड व जांच घर चलते हैं। इसमें कई क्लिनिक सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों के भी हैं। आश्चर्य की बात यह है कि इन जांच घरों में जांच के लिए पर्ची देकर चिकित्सक भेजते हैं। पर्ची पर जिस जांच घर का नाम होता है वहीं मरीजों को जांच कराना होता है। इसको लेकर आए दिन कमीशनखोरी के आरोप भी लगते हैं। इसमें कौन क्लिनिक व जांच घर वैध है या अवैध यह तो जांचोपरांत ही स्पष्ट होगा।निजी अस्पताल संचालन ने कार्रवाई को गलत बताया

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