भारत की प्रथम अध्यापिका के जन्मोत्सव में लोगों ने दी श्रद्धांजलि

चन्द्रमोहन चौधरी.

मालाकार कल्याण समिति रोहतास जिला इकाई के तत्वावधान में बिक्रमगंज में भारत की प्रथम अध्यापिका सावित्रीबाई फुले की जन्मोत्सव का आयोजन किया गया। समिति के संरक्षक होमियोपैथी चिकित्सक डॉ संत प्रसाद, महासचिव अधिवक्ता जयराम प्रसाद एवं प्रवक्ता सोनू बाला सहित कई स्थानीय लोगों व अतिथियों द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत सावित्रीबाई फुले एवं महान सामाजिक सचेतक महात्मा ज्योतिबा फुले की तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। जिसके बाद उपस्थित सभी लोगों ने एक-एक कर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। संरक्षक ने कहा कि जब भारत में महिलाओं को शिक्षा से दूर रखने की प्रथा थी, उस समय अपने पति के सहयोग पर माता सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं को शिक्षा देने एवं उन्हें शिक्षित करने का संकल्प लिया।

अपने इस संकल्प के अंतर्गत उन्होंने भारत में पहला विद्यालय स्थापित किया। यदि उन्होंने यह अद्म्य साहस नहीं किया होता तो शायद महिलाओं को शिक्षा से वंचित रहना पड़ता। इतना हीं नहीं जब प्लेग जैसा भयानक महामारी का भारत में कहर था, उस वक्त पीड़ितों की सेवा करते-करते अपनी प्राण आहुत कर दिया। महासचिव ने कहा कि उस महान हस्ती को तत्कालीन सरकारे उपेक्षित करने का काम किया। फुले दंपति को उनके कार्य के अनुसार सम्मान नहीं दिया गया। जबकि उनके लिए भारत रत्न की सम्मान प्राप्त होना चाहिए था। इसके लिए समाज द्वारा आवाज उठाई जा रही है। मौके पर मंटू कुमार, राहुल मालाकार, मिथिलेश कुमार,द्विज राज एवं अमरनाथ सहित कई लोग उपस्थित थे।

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