अभाविप ने सभी सीनेट सदस्यो को छात्र हित में मांग पत्र और गुलाब फुल देकर छात्र हित के मांगों को सीनेट सदन में उठाने का आग्रह किया
धीरज ।
गया।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मगध विश्वविद्यालय बोधगया द्वारा सीनेट सदन की बैठक के दौरान सभी सीनेट सदस्यो को मांग पत्र और गुलाब फुल देकर छात्र हित में सभी अठारह सूत्री मांगों को कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर जी के समक्ष रखकर अविलंब कार्रवाई करने का आग्रह किया है।मगध विश्वविद्यालय सीनेट में आए बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिलकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने मांग पत्र देकर छात्र हित में अविलंब कार्रवाई करने का आग्रह किया जिसपर कुलाधिपति आर्लेकर ने जल्द समाधान करने को आश्वस्त किया साथ कुलपति को अभाविप के सभी मांगों पर अविलंब कार्रवाई कर जल्द समाधान करने को कहा है।
अभाविप प्रदेश सह-मंत्री सुरज सिंह ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है किंतु इन समस्याओं का कोई समाधान नहीं हो रहा है। आज मगध विश्वविद्यालय में सबसे जटिल समस्या छात्रों को परीक्षा परिणाम न दिया जाना है इस विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति CBCS लागू करना स्वागत योग्य है। परन्तु इस पाठ्यक्रम में अध्धयन के लिए छात्र छात्राओं को विश्वविद्यालय व कॉलेजों द्वारा न पुस्तक उपलब्ध है, न पुस्तकालय है, न प्रयोगशाला है, न ही आधारभूत संरचना है जिससे छात्रों को समस्या उत्पन्न हो रहा है। अभाविप द्वारा किए गए मांग पर विश्वविद्यालय प्रशासन को संज्ञान लेते हुए जल्द कार्रवाई करना होगा। सूरज सिंह ने कहां कि कुलाधिपति ने हम सभी कि सारी मांगों को गम्भीरतापूर्वक सुनते हुए छात्र हित के मांगों कि सराहना कि और कहें कि छात्र हित में जो भी मांग अभाविप द्वारा कि गई है उस पर तत्काल कार्रवाई कि जायेगी। अभाविप ने मगध विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओ कि आवाज कुलाधिपति तक पहुंचाने का कार्य किए है हम सभी को पुरा विश्वास है कि कुलाधिपति छात्र हित कि सारे मांगों को पुरा करेंगे। जिला संयोजक राजीव रंजन कुमार ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय सीनेट बैठक के पूर्व छात्र-छात्राओं के हित में सीनेट सदन में अठारह सूत्री मांगों को उठाने और अविलंब अमल करने के लिए मांग पत्र दिया है। मगध विश्वविद्यालय में गरीब, वंचित और साधारण परिवार से अधिक छात्र छात्राएं है। पर यहां इन सभी को मूलभूत सुविधाओं से वंचित, सत्र अनियमित, आर्थिक शोषण व अन्य समस्या उत्पन्न कर परेशान किया जा रहा है। जिसपर विश्वविद्यालय प्रशासन अविलंब कार्रवाई कर सुधार करें और शैक्षणिक वातावरण को बेहतर बनाएं। ऑनलाइन के नाम पर विश्वविद्यालय पैसे लेकर पटना और दिल्ली से पंजीयन, डिग्री व रिजल्ट जारी करें और विश्वविद्यालय परिसर में सुनने वाला और त्रुटि सुधार करने वाले कोई न रहे यह नहीं चलेगा।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रिया सिंह ने कही कि मगध विश्वविद्यालय में छात्राओ को काफी समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान राशि का लाभ मगध विश्वविद्यालय के गलती के कारण छात्राओ को नही मिल रहा है। आज मगध विश्वविद्यालय के अंगीभूत महिला महाविद्यालयों में कई ऐसा कोर्स है जिसकी पढ़ाई नही हो रही, महिला महाविद्यालयों में वोकेशनल एवं प्रोफेशनल कोर्सों कि भी स्थिति खराब है। छात्राओं को मूलभूत सुविधाओ से वंचित रखा जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन सर्वप्रथम मगध विश्वविद्यालय में पढ़ रही छात्राओं के लिए एवं सभी महिला महाविद्यालयों के लिए एक विशेष पैकेज लायें। जिससे मगध विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रही छात्राओ का विकास हो सके।अभाविप ने छात्र हित में निम्न मांग किया है मगध विश्वविद्यालय के सभी अंगिभूत एवं संबध्दता प्राप्त कॉलेज की सभी प्रकार के शुल्क एक समान किया जाए।मगध विश्वविद्यालय बोधगया द्वारा अब तक ली गई सभी परीक्षाओं वोकेशनल, प्रोफेशनल, सामान्य की परीक्षा परिणाम अति शीघ्र प्रकाशित किया जाए साथ ही अंक पत्र, प्रोविजनल एवं टीआर कॉलेज को अतिशीघ्र भेजा जाए। ऑनलाइन प्रक्रिया एवं विवरणिका देने के नाम पर ली जा रही अवैध राशि अभिलंब बंद किया जाए। अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज गया के प्राचार्य के विरुद्ध जांच प्रतिवेदन के आधार पर अविलंब कार्रवाई किया जाए। मगध विश्वविद्यालय के गलती के कारण पंजीयन संख्या, नाम, पिता नाम एवं अन्य त्रुटि सुधार के नाम पर छात्र-छात्राओ से ली जा रही शुल्क अभिलंब बंद किया जाए।