चालकों के हड़ताल से आम जनजीवन प्रभावित, खाद्यपदार्थों की किल्लत _ कॉंग्रेस

मनोज कुमार ।
केंद्र की मोदी सरकार के सड़क परिवहन के नियमों में बदलाव के विरोध में देशभर के ट्रक, बस के साथ- साथ छोटी गाड़ियां एवं ऑटो की सेवाएँ चालकों के हड़ताल से पूरी तरह बंद होने से आमजन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, प्रद्युम्न दुबे, दामोदर गोस्वामी, शिव कुमार चौरसिया, श्रवण पासवान ,विनोद उपाध्याय, मिथिलेश सिंह, टिंकू गिरी, रूपेश चौधरी, अशोक राम, राहुल चंद्र वंशी, सकल देव यादव, उदय शंकर पालित, मोहम्मद समद, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार आदि ने कहा कि 2024 नव वर्ष के पहले ही दिन से मोदी सरकार के नए ‘ हिट एंड रन ‘ कानून के खिलाफ देशभर के सभी प्रकार के छोटे, बड़े गाडियों के चालकों में भयानक आक्रोश है, तथा इस कानून को वापस लेने या बदलाव करने की मांग को लेकर देशभर के चालकों द्वारा सड़कों पर प्रदर्शन किया जा रहा है।
विदित हो हिट एंड रन कानून के पुराने प्रावधान में किसी को धक्का लगने, दुर्घटना होने पर तुरंत ज़मानत मिल जाती थी, तथा अधिकतम दो साल की सजा का प्रावधान था। परंतु अब नए कानून के अनुसार दस वर्षो की सजा एवं सात लाख का जुर्माना का प्रावधान लाया गया है।
नेताओं ने कहा चालकों के हड़ताल से गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवार के लोगों का आमजन जीवन ठप्प हो गया है, कहीं भी आना, जाना मुश्किल हो गया है, सब्जी, फल, अन्य खाद्यपदार्थ का एक जगह से दूसरी जगह नहीं आने, जाने से लोगों को मिल नहीं रहा है, तथा अगर मिल भी रहा है तो उनके दामों मे भारी बढ़ोतरी हो गई है।
नेताओं ने सरकार से अविलंब आमजन के असुविधा को देखते हुए चालकों के हड़ताल को समाप्त कराने की मांग की है।
नेताओं ने कहा कि अक्सर सड़कों पर दुर्घटना होने पर वहां उपस्थित भीड़ ड्राईवर को मारने के लिए टूट पड़ता है, जिसके चलते ड्राईवर भाग जाता है। इसलिए इस परिस्थिति में अगर दुर्घटना ग्रस्त को बचाने या अस्पताल पहुचने में वो खुद मारा जाएगा।नेताओं ने कहा कि दुर्घटना रोकने हेतु ट्रैफ़िक जाम, गाड़ी फिटनेस, अधिकतम स्पीड, सहित अन्य चीजों में सुधार करने तथा चालकों के लिए बने कानून में संशोधन करने की मांग की है।