शांति निकेतन एकेडम का आयोजन, प्रभु ईशु की तरह सभी के जीवन में खुशियाँ बाँटनी चाहिए- हरी प्रपन्ना

धीरज ।

गया।शांति निकेतन एकेडमी सभी धर्मों के त्योहारों को उत्सव के रूप में छात्र-छात्रओं के बीच मनाते आयी है। सर्वधर्म सम्भाव का सिद्धांत हीं विद्यालय की मुख्य पहचान है। इसी क्रम में आज होली, दिवाली, दशहारा, जन्माष्टमी, ईद के बाद आज एकेडमी के सभी शाखाओं ए०पी० कौलनी, अर्चना हाउस कटारी हिल रोड, रौना चाकंद में शुक्रवारको क्रिसमस डे प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी आज दिन शुक्रवार को उत्साह के साथ मनाया गया है। विद्यालय के सभी शाखाओं को लाल और सफेद रंग के गुब्बारों तथा क्रिसमस ट्री से सजाया गया है। अस्तबल बना कर प्रभु ईशा मसीह का जन्म दृश्य प्रस्तुत किया गया।

जिसमे कक्षा नर्सरी की भुमी, दिविशा, मदर मरियम बनी, और हर्ष,अंकुश,रूद्र वीर,अय्यांश फादर बने। कक्षा नर्सरी और प्लेग्रुप से प्राकृति, मणिकर्णिका, जैनब, अमीना, आईशा, लाईबा,अलिजा,रूपल,प्राकृति परी के वेश-भुषा में नजर आये। कक्षा प्लेग्रुप से सीनियर केजी के सारे बच्चों को सांता बनाया गया है। सभी बच्चों और शिक्षको द्वारा जिंगल बेल साँग गाया गया और सांता के साथ डांस और मस्ती की है। शिक्षको ने बच्चों को क्रिसमस से जुड़ी कहानी सुनाई एवं यह बताया गया कि आज के ही दिन ईसा मसीह का जन्म हुआ था। विद्यालय में सभी बच्चों को सांता ने चॉकलेट और गिफ्ट बाँटे और क्रिसमस की बधाईयाँ दीहै।इस मौके पर विद्यालय के चेयरमैन हरि प्रपन्न ने बताया कि क्रिसमस शाति, प्रेम, त्याग, भाईचारा और खुशियों का पर्व है। हमें भी सांता और प्रभु ईशु की तरह सभी के जीवन में खुशियाँ बाँटनी चाहिए।इस उत्सव के माध्यम से बच्चों को यह सन्देश दिया गया की हमें आपस में भाईचारे के साथ रहना चाहिए तथा एक-दूसरे के साथ समानता का व्यवहार करना चाहिए तथा सभी धर्मा तथा त्योहारों का सम्मान करना चाहिए।

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