साहित्य में शिवहर का अवदान पर हुई परिचर्चा
गजेंद्र कुमार सिंह ।
शिवहर—- जिले में साहित्य पर विशेष परिचर्चा किया गया, जिसमें साहित्य से शिवहर का अवदान विषय पर एक परिचर्चा आयोजित कर साहित्य के बारे में बताया गया ।शिवहर के जिला अध्यक्ष हिंदी साहित्य सम्मेलन के संरक्षक व नगर परिषद के वार्ड पार्षद गिरीश नंदन सिंह “प्रशांत” के आवास पर एक परिचर्चा कार्यक्रम आयोजित की गई।
बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन पटना के अध्यक्ष डॉ अनिल सुलभ ने ने कहा है कि बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रदेश ही नहीं पूरे देश के साथ-साथ कई देशों में अपना कार्य कर रही है और हिंदी साहित्य को बढ़ावा दे रही है।
डॉ अनिल सुलभ अध्यक्ष, बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन को पहुंचने पर शिवहर के साहित्य प्रेमियों व साहित्य सेविओं के द्वारा उनका स्वागत किया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्षता साहित्य सम्मेलन शिवहर के संरक्षक श्री प्रशांत के द्वारा किया गया, संचालन अधिवक्ता सह कई पत्रिकाओं के लेखक व कवि देशबंधु शर्मा ने की।
डॉ अनिल सुलभ ने कहा है कि हिंदी साहित्य सम्मेलन लगभग 1,500 घोषित कार्यक्रम साल भर में करती है। साहित्यकारों को सम्मानित करने का कार्यक्रम हमेशा करती रहती है । चुने गए हिंदी प्रतिभागियों को सम्मानित करने का कार्यक्रम बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के द्वारा हमेशा की जाती है।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन हिंदी भाषा एवं साहित्य तथा समर्पित एक प्रमुख सार्वजनिक संस्था है। हिंदी साहित्य सम्मेलन की स्थापना 1 में 1910 ई को नागरी प्रचारिणी सभा के तत्वाधान में हुआ तथा हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है। तथा सतत् प्रयत्नशील है।
साहित्य सम्मेलन शिवहर के संरक्षक गिरीश नंदन सिंह “प्रशांत” ने अपने संबोधन में कहा है कि शिवहर में भी साहित्य प्रेमियों के लिए कार्य किया जा रहे हैं, उनके आकांक्षाओं पर उतरने को लेकर बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन कार्य कर रही है। डॉ अनिल सुलभ के नेतृत्व में साहित्य प्रेमियों को उत्साहित करने को लेकर कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
मौके पर प्रोजेक्ट बालिका विद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक हरीश नंदन सिंह, समाज सेवी अजब लाल चौधरी ,मोहन फतेहपुरी, अधिवक्ता देशबंधु शर्मा ,शंकर सिंह पहाड़पुरी, हरिकांत सिंह पत्रकार ,मुरलीधर श्रीवास्तव, मनोज कुमार झा, शोभाकांत झा, पंकज कुमार, विकास कुमार झा ,आलोक कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।