भागलपुर में स्कूल के कमरे का बड़ा हिस्सा जमीन में धँसा हो सकता था बड़ा हादसा,

राजीव ठाकुर,

भागलपुर- बिहार शिक्षा विभाग ने स्कूलों में बच्चों को 75 प्रतिशत से 100 प्रतिशत उपस्थिति की बात कह रही है बच्चों के स्कूल नहीं पहुंचने पर उनका नाम कट रहा है लेकिन स्कूल भगवान भरोसे है। हम बात भागलपुर के एक प्राथमिक विद्यालय की कर रहे है जहां आज बड़ा हादसा टल गया। दरअसल सुलतानगंज कटहरा पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय आजाद नगर के स्कूल के कमरे का फर्श का बड़ा हिस्सा धँसकर अंदर गड्ढे में समा गया कई बेंच डेस्क गड्ढे में गिर गया। नीचे पानी का सोखता बनाया गया था और फर्श के निचे के हिस्से जमीन तक पिलर नहीं बनाया गया था, जिसके कारण फर्श धंस गया। यह घटना अहले सुबह की बताई जा रही है। स्कूल में पढ़ाई होती है अगर यह हादसा पढ़ाई के दौरान होती तो बच्चों के क्या हालात होते यह सवाल लोगों के ज़ेहन में दौड़ रहा है। एक से पाँच कक्षा के बच्चों तक कि पढ़ाई अब एक ही कमरे में संचालित है लेकिन बच्चे भी भयभीत हैं कहीं उस कमरे का फर्श भी धंस न जाये। मामले को लेकर प्रिंसिपल नंदकिशोर सिंह ने कहा कि हमने कई बार यह लिखित में दिया है कि विद्यालय का एक रूम सही नहीं है कभी भी अनहोनी हो सकती है। उन्होंने कहा कि 6 महीने से इस कमरे में बच्चे को नहीं बिठा रहे थे। एक ही रूम में भगवान भरोसे कक्षा एक से पांच तक को पढा रहे हैं।
हम आपको बता दें कि इस स्कूल में ऐसी घटना पहली दफा घटित नहीं हुई इससे पहले 6 मार्च 2020 को इस स्कूल का शौचालय गिर गया था, जिसमें तीन छात्रएं फँस गयी थी उसमें से एक कि मौत हो चुकी थी दो गम्भीर रूप से घायल हुई थी। अब सवाल यह है की आखिर कैसे शिक्षा की तस्वीर बदलेगी। जब इस तरह के स्कूलों में बच्चे पढ़ेंगे और हो न हो कभी कोई अनहोनी हुई तो उसका जिम्मेवार कौन होगा।

You may have missed