संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर निकाला प्रतिरोध मार्च

दिवाकर तिवारी,

रोहतास। संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर अखिल भारतीय किसान महासभा ने मोदी सरकार द्वारा न्यूज क्लिक के खिलाफ झूठी एफआईआर में किसान आंदोलन को राष्ट्र विरोधी, विदेशी और आतंकवादी ताकतों द्वारा वित्त पोषित होने काआरोप लगाने तथा झूठी अफवाह फैलाने को लेकर सोमवार को प्रतिरोध मार्च निकाला। इस दौरान मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाए गए तथा तेंदूनी चौक पर एफ आइ आर की कॉपी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया गया। विरोध प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ताओं ने कहा कि आर एस एस भाजपा ने भारत के लोगों को खाद्य सुरक्षा से वंचित करने किसानों को कंगाल बनाने, फसल पैटर्न बदलने तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियां को मुक्त व्यापार मे प्रवेश की अनुमति देने की कॉर्पोरेट योजना का पर्दाफाश किया था। देश के किसानों पर तीन कृषि कानून के जरिए कृषि से सरकारी समर्थन मूल्य वापस लेने और अडानी अंबानी टाटा पेप्सी वॉलमार्ट बायर तथा अन्य पूंजीपतियों को खेती मंडियो और खाद्य वितरण को सौंपने के लिए तीन कृषि काले कानून को लाया था। मंडी अधिनियम ने बड़ी कंपनियों के गठजोड़ को ऑनलाइन नेटवर्किंग और सैलो के साथ सबसे कम कीमत पर फसल व्यापार पर अनुमति देने सरकारी खरीद और मूल्य निर्धारण पर रोक लगा दी। आवश्यक वस्तु संशोधन अधिनियम ने जमाखोरों और कलाबाजारियों को आजादी दी। भारत के किसानों ने एक होकर सागर की लहरों की तरह दिल्ली को घेर लिया और जिद्दी मोदी सरकार को झुकने के लिए मजबूर कर दिया इन 13 महीना में 732 किसानों ने बलिदान दिया केंद्र की मोदी सरकार ने आलोक तांत्रिक कानून यूएपीए का उपयोग किया।जो सरकार को अपने नागरिकों पर आतंकवादी होने का आरोप लगाने का अनुमति देता है यह स्पष्ट रूप से राष्ट्रीय विरोधी कानून है जो दशकों तक उस आरोप को साबित किए बिना यहां तक कि जमानत से भी इन्कार कर दिया जाता है। किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए लिखने वाले न्यूज क्लिक मीडिया हाउस पर आरोप लगाने के लिए यूएपीए कानून का दुरुपयोग कर पत्रकार प्रवीण पुरकायस्थ और अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया। केंद्र सरकार तुरंत इन्हें बिना सर्त रिहा करें अन्यथा आंदोलन और तेज होगा किसान आंदोलन को खराब छवि में चित्रित करने और हमारे देश के किसानों के हाथों मिली अपमान जनक पराजय का बदला लेने के लिए शरारत पूर्ण ढंग से न्यूज क्लिक के पत्रकारों को फसाया गया जिसे भारत के किसान कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस प्रतिरोध मार्च में अनुग्रह नारायण सिंह वैश्य जी अशोक पासवान असरफ हुसैन अवध बिहारी राम धनजी सिंह विजय भगत मुनाखां इमरान खान जितेन्द्र कुमार कृष्णा मेहता राजकुमार राम सुरेश राम तथा अन्य लोगों ने प्रतिरोध मार्च में भाग लिया।

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