अर्चना नगर के एक घर में घुस हथियार बन्द लोगों ने परिजनों को बंधक बनाया,लाखों की लूट

संतोष कुमार ।

थाना क्षेत्र के अर्चना नगर स्थित पेट्रोल पंप के पीछे रहे एक घर से शुक्रवार की सुबह लगभग 5:30 बजे कुछ हथियार बन्द लोगों ने परिजनों को कमरे में बन्द करके लाखों की लूट की।लूटकांड की सूचना मिलने पर डायल 112 एवं थाने की टीम घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गई।लूट में लगभग पांच से सात लाख रुपये मूल्य के जेवरात के अलावे अन्य सामग्री शामिल है।

क्या है मामला-

अर्चना नगर अवस्थित एक मकान के मालिक गया प्रसाद के पुत्र सुमंत प्रसाद ने बताया कि प्रत्येक दिन की भांति मेरी पत्नी सुबह के लगभग साढ़े पांच बजे उठकर घर में झाड़ू-पोछा लगा रही थी।इसी बीच लगभग आधे दर्जन की संख्या में रहे हथियार बन्द लोग घर का दरवाजा खुले रहने के कारण जबरन घुस गए व मेरी पत्नी पर बंदूक तानकर सारी जानकारियां ले ली।इस बीच मैं सो रहा था,तो मेरी पत्नी मुझे जगाने आई।जब मेरी आंखें खुली तो कुछ हथियार बन्द लोग मेरे सामने खड़े थे और किसी को फोन न करने व रुपये और जेवरात कहां है,इसके बारे में धमकाकर पूछ रहे थे।साथ ही नहीं बताने पर गोली मारने की धमकी देने लगे।हथियार बन्द लोगों ने मेरे मोबाइल को भी तोड़ दिया एवं मुझे बाथरूम में बन्द कर दिया एवं मेरी पत्नी और बच्चों को अलग रूम में बन्द कर दीवान पलंग के अलावे घर में रहे बैग आदि से जेवरात व पैसों को लूट कर चंपत हो गए।पीड़ित ने बताया कि घर से जाते वक्त वे लोग मुख्य द्वार भी बाहर से सिटकिनी लगाकर चले गए और जाते-जाते धमकी भी दिया कि यदि पुलिस को घटना की सूचना देने पर वे परिवार समेत मुझे जान से मार देंगे।जब माहौल शांत हुआ तो घर के पीछे रहे कपिल चौधरी को बाथरूम की खिड़की से आवाज लगाया और बचाने की गुहार लगाई।जिसके बाद कपिल चौधरी ने घर का दरवाजा खोलकर मुझे बाथरूम से बाहर निकाला।जिसके बाद मैंने मेरी पत्नी व बच्चों को बन्द कमरे से बाहर निकाला।जिसके बाद थाना और डायल 112 को दूरभाष के माध्यम से सूचना दी गई।सूचना पाकर पहले डायल 112 की टीम घर आकर पूछताछ करने लगे।इसके बाद थाने में पदस्थापित एसआई अरुण पासवान भी पुलिस बल के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया।

क्या कहते हैं एसडीपीओ-

इस बाबत पर घटनास्थल का निरीक्षण करने आये एसडीपीओ पंकज कुमार ने कहा कि पीड़ित सुमंत कुमार का घर घनी आबादी से थोड़ा हटकर है।लूटकांड में शामिल रहे लोगों ने सम्भवतः घर के सदस्यों के डेली रूटीन को फॉलो किया होगा।जिसमें लुटेरों ने घर का मुख्य दरवाजा कब खुलता है,कौन-कौन बाहर जाता है या अंदर आता है के अलावे बच्चे कब स्कूल जाते हैं आदि के बारे में जानकारी इकट्ठा कर घटना को अंजाम दिए हैं।एसडीपीओ ने कहा कि घटना को लेकर पीड़ित परिजन से थाने को लिखित आवेदन प्राप्त हुआ है।पुलिस अनुसंधान में जुटी हुई है।उन्होंने पीड़ित परिजनों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही पुलिस तकनीकी अनुसंधान के जरिये लूटकांड का उद्भेदन कर दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

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