बेटी पैदा होने पर परिजनों ने खेत में फेंका,मजदूर महिला बनी नवजात का सहारा

संतोष कुमार ।

प्रखण्ड क्षेत्र के लेंगुरा पंचायत के रामपुर गांव में शनिवार की अहले सुबह खेत में रो रही एक नवजात बच्ची का सहारा एक मजदूर महिला बनी।वहीं बच्ची को देखने के लिए आसपास के गांवों के सैकड़ों लोग महिका मजदूर के घर पहुंचे।महिला मजदूर की पहचान रामपुर गांव निवासी धारा राजवंशी की पत्नी के रूप में हुई है।उन्होंने बताई कि वे सुबह-सुबह खेत में पानी देखने हेतु किसान विकास कुमार के खेत गई थी।इसी बीच एक बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी।जिसे सुनकर वे अचंभित होकर इधर-उधर नजर दौड़ाने लगी।थोड़े ही दूरी पर एक बच्चा खेत में पड़ा मिला।महिला ने ममतपूर्वक को नवजात शिशु को उठाई व अपने सीने लगा ली।आसपास बहुत पूछताछ किये जाने के बाद भी बच्ची के माता-पिता या अन्य परिजनों को किसी प्रकार की जनकारी नहीं मिली।गांव में एक बच्ची के पाए जाने की खबर आग की तरह फैल गई।जिसके बाद रामपुर गांव के अलावे आसपास के दर्जनों गांवों के सैंकड़ों लोग महिला मजदूर के घर में आकर बच्ची को देखने लगे।वहीं महिला ने बताई कि उसके खुद की पांच बेटियां हैं।इस स्थिति में वे एक और बेटी का पालन-पोषण करना उनके आर्थिक हालात के विरुद्ध होगा।हालांकि अज्ञात नवजात बेटी को महिला द्वारा उसे नई जिंदगी देने के उद्देश्य से उसे दूध पिला रही है व तेल से मालिश वगैरह भी कर रही है।साथ ही इस इंतजार में है कि जिसकी बेटी हो,हो सकता है वो इस बच्ची को अपना ले।

अनाथ शिशुओं के लिए जिला मुख्यालय में कई संस्थाएं हैं सक्रिय

अनाथ नवजात शिशुओं की बेहतर देखभाल के लिए जिले के कौआकोल में चाइल्ड वेलफेयर के अलावे नवादा में संचालित विशेष दत्तक ग्रहण संस्थान हैं।जो अनाथ नवजात शिशुओं की देखरेख करती है।इन संस्थाओं से संतान विहीन दम्पत्ति कानूनी रूप से गोद लेकर उन्हें अपनाते हैं।हालांकि खबर लिखे जाने तक इन संस्थानों को महिला मजदूर द्वारा सूचना नहीं दिया गया था।

क्या कहते हैं ग्रामीण-

नवजात बच्ची को देखने आए दर्जनों ग्रामीणों ने कहा कि 21 वीं सदी में बेटी पैदा होने पर फेंकना कहीं से भी जायज नहीं है।साथ ही कहा कि पहले लोग कम पढ़े-लिखे होते थे,तो ऐसी घटनाएं अक्सर जानने व सुनने को मिलती थी।ग्रामीणों ने मजदूर महिला की बहुत प्रशंसा की एवं कहा कि एक मां जिसकी पांच बेटियां उसके बावजूद वो बिना सोचे-समझे नवजात बच्ची को अपने सीने से लगाकर घर ले आई।साथ ही उसकी देखभाल में जुटी हुई है।वहीं जिस मां ने इस बच्ची को जन्म दिया है,वो कैसे अपने बच्ची को खुद से अलग कर चैन से रह रही होगी।कुछ ग्रामीणों ने महिला को भरोसा भी दिलाया कि घटना की सूचना वे सम्बंधित अधिकारियों तक पहुंचाएंगे।ताकि वे लोग अज्ञात मिली नवजात शिशु की बेहतर देखभाल कर सके।

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