पितृपक्ष में पिछले वर्ष की तुलना में और बेहतर आयोजन किया जाए -जिलाधिकारी,इस बार भी टेट सिटी का निर्माण
धीरज गुप्ता,
गया। इस वर्ष आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला महासंगम 2023 की तैयारी के संबंध में ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में सभी संबंधित पदाधिकारियों, विष्णुपद के पुरोहितों के साथ बैठक की गई है। जिला पदाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष 28 सितंबर से प्रारंभ होते हुए 14 अक्टूबर तक पितृपक्ष मेला प्रस्तावित है।
पिछले वर्ष पितृपक्ष मेला में आप सभी तमाम पदाधिकारियों पुरोहितों एवं मेला क्षेत्र के वार्ड पार्षदों के साथ-साथ तमाम स्टेकहोल्डर, स्वयंसेवी संस्था द्वारा काफी बढ़-चढ़कर सहयोग दिया गया, जिसके कारण पितृपक्ष मेला पूरे विश्व में एक अलग छवि प्राप्त किया है। इस वर्ष भी पिछले वर्ष की तुलना में और बेहतर आयोजन किया जाए, इसे लेकर अभी से ही तैयारियां आवश्यक है। 08 सरोवर एवं 52 पिंड वेदियां हैं जहां तर्पण कार्यक्रम होता है। पिछले वर्ष घाट का विस्तार होने के बाद और अधिक संख्या में तीर्थ यात्री तर्पण करने पहुंचे थे। घाट पर अत्यधिक भीड़ देखी गई है। इस वर्ष भी पिछले वर्ष से अधिक तीर्थयात्रियों की आने की पूरी संभावना है।इस वर्ष तैयारियों के संबंध में उन्होंने कहा कि पूर्व से ही सभी चीजों का भौतिक जांच संबंधित समितियों के वरीय पदाधिकारियों द्वारा अपेक्षित है। साथ ही विभिन्न कोषांग बनाए गए हैं, जिसके वरीय पदाधिकारी हर तीन दिनों पर अपने कोषांग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों के साथ निश्चित तौर पर बैठक करेंगे। आवासन समिति का जिम्मेदारी है कि यात्रियों को इस वर्ष और अच्छा आवासन व्यवस्था उपलब्ध करवाये। सभी चिन्हित आवासन स्थलों को एक चेक लिस्ट के अनुरूप जांच करवाया जा रहा है। सभी आवासन स्थल एवं पुलिस स्थल पर पर्याप्त संख्या में टॉयलेट एवं पेयजल की व्यवस्था का आकलन कर उसे बनवाया जा रहा है। पीएचडी विभाग द्वारा टॉयलेट एवं पेयजल व्यवस्था का पूरा मुकम्मल व्यवस्था करवाने को निर्देश दिया गया है।इस वर्ष तीर्थ यात्रियों एवं पुलिस बल के लिए कुल 65 कॉलेज एवं विद्यालय को चिन्हित कर आवासन स्थल के रूप में प्रयोग किया जाएगा। इन आवासन स्थलों में कुल 16150 लोगों की ठहरने की व्यवस्था रहेगी। पिछले वर्ष 2022 में 14350 लोगों को आवासन स्थल पर ठहरने की व्यवस्था की गई थी। सभी अवसान स्थलों पर मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाया जा रहा है। जिला पदाधिकारी ने कहा कि सभी आवासन स्थल में पर्याप्त टॉयलेट, पेयजल की व्यवस्था एवं सफाई की व्यवस्था मुकम्मल रहे, इससे सुनिश्चित करावे। हर आवासन स्थल पर मे आई हेल्प यू काउंटर लगवाना सुनिश्चित करें। सभी आवासन स्थल में सेफ्टी टैंक को अगले सात दिनों के अंदर सफाई हर हाल में करवा दें। तीर्थ यात्रियों को आवासन स्थल में रहने में कोई दिक्कत ना हो इसके लिए पर्याप्त रोशनी, निर्बाध बिजली की व्यवस्था , सभी आवासन कमरों में पंखा की व्यवस्था का आकलन करते हुए अभी से ही तैयारी करवा ले।किसी भी आवासन स्थल में जलजमाव की स्थिति ना हो, इसके लिए अभी से ही पानी निकासी की व्यवस्था दुरुस्त रखें। इस वर्ष कुल 41 की संख्या में मॉनेस्ट्री ,होटल ,गेस्ट हाउस चिन्हित किए गए हैं जहां तीर्थ यात्रियों को ठहराया जाएगा। ज़िला पदाधिकारी ने बताया कि बोधगया के विभिन्न मॉनेस्ट्री से समन्वय स्थापित कर और अधिक कमरा आरक्षित रखने की कार्रवाई की जा रही है।इसके अलावा 283 पांडा के निजी मकान एवं धर्मशाला द्वारा लाइसेंस हेतु आवेदन दिया गया है।जिसकी पूरी गहराई से जांच कराई जा रही है। तीर्थ यात्रियों को कोई असुविधा ना हो। जिला पदाधिकारी ने आवासन कोषांग के तमाम वरीय पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि सभी धर्मशाला का हर हाल में भौतिक जांच करवा ले विशेष कर कोई भी धर्मशाला जर्जर भवन ना रहे, इसे सुनिश्चित करवाये। तीर्थ यात्रियों का सेफ्टी हर हाल में देखना है।
इस वर्ष भी टेंट सिटी का निर्माण करवाया जाएगा। गया के गांधी मैदान में दो हजार आवासन क्षमता का टेंट सिटी निर्माण करवाया जाएगा। टेंट सिटी में तीर्थ यात्रा को वाई-फाई इंटरनेट की भी सुविधा दी जाएगी। इस वर्ष गांधी मैदान में भी तीर्थयात्री को पीने के लिए गंगाजल मिले, इसके लिए गांधी मैदान में गंगाजल पहुंचाने हेतु कार्य योजना तैयार किया जा रहा है। पिछले महीने देवघाट एव विष्णुपद में गंगाजल पहुंचने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। देवघाट में लगे सभी प्याऊ में गंगाजल सप्लाई हो रहा है। इसके अलावा मंदिर के सटे बाहर में बने टंकी में भी गंगा जल का ही पानी जा रहा है। ज़िला पदाधिकारी ने कहा कि सभी पिंड स्थलों के समीप टॉयलेट एवं पेयजल की क्या व्यवस्था है। इसका पुरी तरह से व्यस्था कर ले और जरूरत पड़ने पर वहां आवश्यक तैयारी कर ले। जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी सदर को निर्देश दिया कि गांधी मैदान के बाहरी परिधि में दिन प्रतिदिन लगातार दुकानों एवं ठेला के साथ वाहनों का पड़ाव अवैध रूप से देखा जा रहा है। अतिक्रमण के कारण मुख्य सड़क में जाम की समस्या देखी जा रही है।सोमवार से विशेष अभियान चलाकर उक्त स्थल को अतिक्रमण मुक्त करवाएं।
इस बैठक में नगर आयुक्त गया नगर निगम, उप विकास आयुक्त, सहायक समाहर्ता, वरीय उप समाहर्ता रविंद्र कुमार दिवाकर, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, डीसीएलआर सदर, वरीय उप समाहर्ता आरती, राजीव कुमार,अमरेश कुमार, ज़िला शिक्षा पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के कार्यपालक अभियंता,सहायक अभियंता, नगर निगम के तमाम अभियंता सहित पंडा पुरोहित उपस्थित थे।