जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कृषि टास्क फोर्स की हुई बैठक, डीएम ने दिए कई निर्देश

रजनीश कुमार ।

जहानाबाद : जिला पदाधिकारी रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में कृषि टास्क फोर्स की बैठक समाहरणालय स्थित सभागार कक्ष में आयोजित की गई।बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, अग्रणी बैंक प्रबंधक, डी0डी0एम0 नाबार्ड, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई, कार्यपालक अभियंता जहानाबाद/घोषी/उदेरास्थान सिंचाई परियोजना, विद्युत कार्यपालक अभियंता, कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, जिला पशुपालन पदाधिकारी, सहायक निदेशक, उद्यान, उप परियोजना निदेशक, आत्मा तथा अन्य पदाधिकारीगण सम्मिलित हुए।बैठक में मौसम एवं फसल स्थिति, गरमा एवं खरीफ फसल आच्छादन की स्थिति, उर्वरक उपलब्धता की स्थिति, पशुपालन, उद्यान, विद्युत, सिंचाई, हर खेत को पानी, खेत में जल संचयन आदि योजनाओं एवं कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा की गई तथा सामयिक निर्देश दिए गए।बैठक में मुख्य रूप से आगामी खरीफ मौसम के फसलों के आच्छादन, सिंचाई व्यवस्था एवं सम्मिलित विभागों के कार्यों की समीक्षा तथा परस्पर समन्वय स्थापित कर कृषि कार्यो में सहुलियत तथा प्रगति का निर्देश जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा दिया गया।

जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में गरमा अन्तर्गत 63.36 क्विटल ढैंचा बीज को अनुदानित दर पर बिहार राज्य बीज निगम के ऐप के माध्यम से वितरण किया गया है। जिससे 315 हे0 क्षेत्र में हरी खाद की खेती हो रही है तथा खरीफ फसलों की खेती हेतु 53082 हे0 क्षेत्र में आच्छादन का लक्ष्य बिहान ऐप पर प्रविष्टि किया गया है।जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा फिर बताया गया कि खरीफ मौसम में विभिन्न कार्यक्रमों के तहत जिले में अनुदानित दर पर धान बीज वितरण के 1132.33 क्विटल लक्ष्य के विरूद्ध 534.68 क्विटल बीज की प्राप्ति हुई है, जिसे बिहार राज्य बीज निगम ऐप के ओ0टी0पी0 पद्धति आधारित “पहले आओ पहले पाओ” के आधार पर 2058 किसानों को बीज वितरण का कार्य किया गया है।

लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि कुल 261 राजकीय नलकूपों में से 160 नलकूप चालू है तथा उनसे सिंचाई का कार्य किया जा रहा है। विभिन्न कारणों से खराब पड़े नलकूपों को अविलम्ब चालू कराने का निर्देश जिला पदाधिकारी द्वारा लघु सिंचाई के कार्यपालक अभियंता को दिया गया। क्योंकि अभी खरीफ बुआई का चरम समय है, जिससे किसानों को सुविधा होगी।जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में जिले में उर्वरकों की कमी नहीं है तथा विभिन्न खुदरा उर्वरक प्रतिष्ठानों के POS/भंडार में 6613.37 मे0टन यूरिया, 637.35 मे0 टन DAP, 29.80 मे0 टन MAP, 484.75 मे0 टन NPK- मिक्सचर एवं 126.50 मे0टन SSP उर्वरक उपलब्ध है। अपील है कि कृषक बन्धु अपने खेतों/ प्लाटों के मिट्टी का अधिक से अधिक मिट्टी नमूनों की जाँच करायें तथा अनुशंसित मात्रा में ही खाद का प्रयोग अपने खेतों में फसल अनुसार करें। जिले में अभी विभिन्न उर्वरक प्रतिष्ठानों में समुचित मात्रा में उर्वरक है, जिसकी बिक्री निर्धारित मूल्य पर POS मशीन के माध्यम से किया जा रहा है।

पुनः बताया गया कि जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत e-kyc एवं NPCI हेतु सघन अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें 2800 से अधिक किसानों का e-kyc अद्यतन किया गया है परन्तु अभी भी 5670 किसानों का e-kyc और 3325 किसानों का आधार एवं बैंक खाता नेशनल पेमेन्ट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) से लिंक नहीं है। ऐसे सभी किसानों को मिलने वाली आगामी 15 वीं किस्त की राशि बाधित हो जाने की सम्भावना है।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अन्तर्गत जिले में जो किसान पंजीकृत है उनसे अपील है कि अपने नजदीकी वसुधा केन्द्र में तथा अपने संबंधित बैंक में जाकर अपने बैंक खाते को नेशनल पेमेन्ट कारपोरेशन ऑफ इन्डिया (एन0पी0सी0आई0) के पोर्टल पर अद्यतन प्रविष्टि करा लें तथा साथ ही अपना e-kyc भी अद्यतन करा लें ताकि योजना अन्तर्गत मई-जून माह में मिलने वाली अनुमान्य अनुदान राशि उनके बैंक खाते में मिल सके अन्यथा नियमानुकुल उनकी यह राशि मिलना स्वतः बाधित हो जाएगी।इस कार्य में अग्रणी बैंक प्रबंधक एवं इंडिया पोस्ट पेमेन्टस बैंक को अभियान के तहत कृषि विभाग के साथ समन्वय कर कृषक हित में जिले की प्रगति सुनिश्चित करने का निदेश भी जिला पदाधिकारी द्वारा दिया गया है।अन्त में जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा कृषक हित में क्रियान्वित योजनाओं को पूर्ण पारदर्शित से ससमय लागू करने का निर्देश दिया गया।

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