सायबर फ्रॉड का नया तरकीब,एटीएम मशीन तोड़कर चुराया एटीएम कार्ड

संतोष कुमार ।

थाना क्षेत्र में साइबर फ्रॉड का एक नायाब तरीके से सायबर अपराधी ने एटीएम तोड़कर एटीएम मशीन से कार्ड को लेकर चंपत हो गया।मामला बायपास रोड रजौली स्थित इंडिया नम्बर 1 एटीएम का है।वहीं पीड़ीता द्वारा डायल 112 व थाना को सूचना देकर न्याय की गुहार लगाई गई।

क्या है मामला-

अनुमंडलीय अस्पताल रजौली में कार्यरत जीएनएम आशा खेस अपने सैलरी अकाउंट से पैसे निकालने के लिए बुधवार को लगभग 11:30 से 12 बजे के बीच में अपने एसबीआई एटीएम कार्ड लेकर बायपास रोड स्थित इंडिया नम्बर 1 कम्पनी के एटीएम गई।उन्होंने एटीएम कार्ड को एटीएम मशीन के अंदर डाला।तो उन्हें थोड़ा संदेह हुआ कि कार्ड को कोई अंदर की तरफ खींच रहा है।जिसके कारण उन्होंने एटीएम कार्ड को मशीन से निकलकर दोबारा कार्ड को अंदर डाला।इस दौरान एटीएम कार्ड मशीन के अंदर चला गया।जीएनएम के द्वारा कैंसिल बटन के अलावे अन्य प्रयास भी किये गए।किन्तु एटीएम कार्ड वापस बाहर नहीं आया।इसी बीच जीएनएम की नजर एटीएम रूम के दीवार पर गई,जहां गार्ड का नम्बर 70727421159 लिखा हुआ था।जीएनएम द्वारा गार्ड के नम्बर पर कॉल करके घटना के बारे में जानकारी दी गई।जिसके बाद गार्ड ने एटीएम पिन मशीन में डालने को कहा।किन्तु इसके बावजूद एटीएम कार्ड मशीन से बाहर नहीं आ पाया।तब गार्ड ने किसी काम में फंसे रहने का बहाना बनाकर जीएनएम को पुरानी बस स्टैंड स्थित पीएनबी एटीएम के पास बुलाया।गार्ड द्वारा बताए गए पते पर जीएनएम पहुंचकर गार्ड को पुनः कॉल की।जिसके बाद गार्ड द्वारा नवादा आ जाने की बात कही गई।साथ ही गार्ड द्वारा एटीएम के टॉल फ्री नम्बर पर कॉल करके शिकायत दर्ज करने की बात कही गई।इस दौरान जीएनएम को संदेह हुआ तो उन्होंने एसबीआई कस्टमर केयर को कॉल करके अपना एटीएम कार्ड को ब्लॉक करवा दी।इसी बीच जमुनियां गांव निवासी सत्येंद्र रविदास के पुत्र संटू कुमार एटीएम कार्ड से पैसे निकालने लगे।तो उनका भी एटीएम कार्ड मशीन में गिर पड़ा।

एटीएम में नहीं है तैनात कोई गार्ड

जीएनएम द्वारा आसपास के लोगों से काफी पूछताछ के बाद पता चला कि एटीएम में किसी गार्ड की तैनाती नहीं है।जिसके बाद जीएनएम द्वारा डायल 112 को कॉल करके सहायता मांगी गई।सूचना पाकर पांच मिनट के अंदर डायल 112 की इआरवी2 टीम एटीएम के पास पहुंची एवं मामले के जानकारी लेकर मकान मालिक से बातचीत किया।मकान मालिक ने बताया कि आये दिन किसी न किसी कस्टमर का एटीएम कार्ड मशीन के अंदर फंस जाता है।एटीएम में पैसा डालने वाले जब आते हैं,तब कार्ड को निकालकर कस्टमर को देते हैं।साथ ही मकान मालिक ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी सिर्फ एटीएम को खोलने एवं बन्द करने की है।साथ ही बताया कि एटीएम रूम में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा गार्ड के नाम का एक मोबाइल नम्बर भी लिख दिया गया था।जिसे मिटाया गया।किन्तु पुनः किसी ने दूसरा मोबाइल नम्बर लिख दिया है।डायल 112 की टीम द्वारा मकान मालिक को एटीएम बन्द करने को कहा गया एवं एटीएम खुलने पर कार्ड को जीएनएम को सुपुर्द करने को भी निर्देशित किया गया।

एटीएम की जांच में मशीन का लॉक टूटा पाया गया

मकान मालिक व जीएनएम की उपस्थिति में एटीएम मशीन की जांच के दौरान पता चला कि किसी ने एटीएम मशीन के लॉक को ही तोड़कर जीएनएम का एटीएम कार्ड गायब कर दिया है।जीएनएम ने बताई कि उसे पूर्णतः विश्वास है कि एटीएम रूम में लिखा हुआ नम्बर वाले व्यक्ति ने उसे एटीएम के पास से हटवाकर पीएनबी एटीएम के पास बुलाया और इसी दौरान एटीएम मशीन के लॉक करके एटीएम कार्ड लेकर चंपत हो गया।जीएनएम ने बताई कि एसबीआई कस्टमर केयर कॉल करके सारी घटनाओं की जानकारी दी गई है।उन्होंने बताया कि घटना की लिखित सूचना थाना को दी गई है।

बिना गार्ड के संचालित हैं कई एटीएम

रजौली मुख्यालय में लगभग 6 एटीएम हैं।जिनमें पुरानी बस स्टैंड स्थित एसबीआई व पीएनबी एटीएम में ही गार्ड की सुविधा है।इसके अलावे बायपास रोड, जगजीवन नगर व नीचे बाजार में इंडिया नम्बर 1 एवं सिमरकोल स्थित कृपाल ऑटो सर्विस के पास बैंक ऑफ इंडिया का एटीएम है।जिनमें एटीएम गार्ड नहीं हैं।ऐसी स्थिति में साइबर फ्रॉड करने वाले अपराधियों का मनोबल बढ़ जाता है।

क्या कहते हैं थानाध्यक्ष-

इस बाबत पर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर पवन कुमार ने बताया कि एटीएम कार्ड खोने को लेकर जीएनएम आश खेस के द्वारा लिखित आवेदन प्राप्त हुआ है।पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।साथ ही उन्होंने आमलोगों को सायबर फ्रॉड से सावधान रहने की सलाह दी।

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