स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बुरे बर्ताव के कारण अकोढ़ीगोला पीएचसी प्रभारी स्थानांतरित ,

दिवाकर तिवारी,

रोहतास । पिछले महीने अकोढ़ी गोला प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक पदाधिकारी डॉक्टर (मेजर) पिंकू कुमार का अन्य कर्मियों के साथ बुरे बर्ताव एवं लड़की डिमांड की बात सामने आने के बाद रोहतास सिविल सर्जन डॉक्टर के एन तिवारी ने डॉ मेजर पिंकू कुमार को स्थानांतरित कर दिया है। सिविल सर्जन ने स्थानान्तरण का पत्र जारी करते हुए बताया है कि अकोढ़ी गोला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर मेजर पिंकू कुमार के अधीनस्थ कार्यरत कर्मियों के साथ आपसी सामंजस्य स्थापित नहीं होने के कारण उन्हें प्रशासनिक दृष्टिकोण से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अकोढ़ी गोला के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के पद से मुक्त करते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संझौली की जाती है। साथ हीं उक्त स्थान का प्रशासनिक एवं वित्तीय कार्य बाधित ना हो इसको देखते हुए उक्त संस्थान में इनके बाद वरीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर शाइस्ता परवीन को प्रभारी चिकित्सा अधिकारी नियुक्त किया गया है। सिविल सर्जन ने पत्र के माध्यम से निर्देश दिया है कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मेजर पिंकू कुमार अविलम्ब संझौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर अपना योगदान सुनिश्चित करें। वहीं डॉक्टर शाइस्ता परवीन को भी निर्देशित किया गया कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी निकासी एवं व्यय अधिकारी का प्रभार ग्रहण करते हुए अपने कर्तव्य एवं दायित्व का निर्वाह निष्ठा पूर्वक करना सुनिश्चित करें। बता दें कि पिछले महीने अकोढ़ी गोला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मेजर पिंकू कुमार को लेकर एक ऑडियो वायरल हुआ था। जिसमे उनके लिए लड़के सप्लाई की बात की गई थी। इसके अलावा अस्पताल में शराब पीने का मामला भी प्रकाश में आया था। मामला इतना तूल पकड़ लिया कि स्थानीय विधायक फतेह बहादुर अस्पताल पहुंचकर 4 से 5 घंटे तक सभी कर्मियों से बारी-बारी से ऑडियो एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के दुर्व्यवहार के बारे में जानकारी लिया था। सारी वस्तु स्थिति की जानकारी लेने के बाद विधायक ने उक्त डॉ पर कार्रवाई करने के लिए भी अनुशंसा किया था। इसी के आलोक में रोहतास सिविल सर्जन ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को वहां से स्थानांतरित कर दिया है। हालांकि स्थानांतरण के बाद वहां कार्यरत अन्य कर्मी स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठने लगे हैं। वहां के अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की माने तो जिला स्वास्थ समिति द्वारा डॉ मेजर पिंकू कुमार को बचाने का प्रयास किया जा रहा है, क्योंकि डॉक्टर मेजर रिंकू कुमार ने स्वयं अस्पताल में शराब पीने की भी बात स्वीकार की थी और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने अपने साथ दुर्व्यवहार का भी शिकायत विधायक से किया था। जिसमें लड़की सप्लाई का भी मामला जोरों पर था।

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