दहेज दानवों का शिकार हुई नवविवाहिता युवती,परिजनों में शोक ll

संतोष कुमार,रजौली

थाना क्षेत्र के पुरानी बस स्टैंड निवासी सुनील चौधरी ने अपनी बड़ी बेटी पूजा कुमारी की शादी आठ माह पूर्व नालन्दा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र के कड़हा बाजार में बड़े ही धूमधाम से किया था।किंतु दहेज दानव रूपी ससुराल पक्ष द्वारा पैसों की मांग नवविवाहिता के साथ मारपीट लगातार की जा रही थी।इस दौरान नवविवाहिता की तबियत अचानक बिगड़ गई और इलाज के दौरान ही उसकी मृत्यु अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो गई।हालांकि मृत्यु के बाद परिजनों व अनुमंडलीय अस्पताल प्रभारी उपाधीक्षक द्वारा थानाध्यक्ष,डायल 112 और एसडीपीओ को भी सूचना दिया गया।किन्तु सुबह से शाम हो जाने के बाद भी पुलिस अस्पताल नहीं पहुंची और न ही शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया।नवविवाहिता के मृत होने से परिजनों में शोक का लहर है।

क्या है मामला-

पुरानी बस स्टैंड मोहल्ला निवासी स्व रामचन्द्र पासी के पुत्र सुनील चौधरी तीन बेटियों के पिता हैं।उन्होंने अपनी बड़ी बेटी 19 वर्षीय पूजा कुमारी की शादी आठ माह पहले धूमधाम से नालन्दा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र के कड़हा बाजार निवासी रोहन चौधरी के छोटे बेटे बीरेश चौधरी से हिन्दू रीति रिवाज से किया।शादी में नगदी के तौर पर पांच लाख रुपये,एक अपाची बाइक,सोने का चैन व अंगूठी,बर्तन के अलावे अन्य घरेलू सामान दिया गया था।ताकि उनकी बड़ी बेटी ससुराल में अपना वैवाहिक जीवन खुशी पूर्वक बिताये।किन्तु शादी के दो-तीन माह बाद ही दामाद बीरेश चौधरी,बेटी का भैंसुर रविंद्र चौधरी,गोतनी प्रियंका देवी व ससुर रोहन चौधरी द्वारा और पैसों की मांग की जाने लगी।नवविवाहिता द्वार अपने ससुराल वालों को पिता द्वारा और पैसा देने में सक्षम नहीं होने की बात कही जाती रही।किन्तु उन दहेज दानवों ने नवविवाहिता के साथ मारपीट करने लगे।इस दौरान दो से तीन माह की गर्भवती नवविवाहिता का गर्भपात हो गया।साथ ही अंदरूनी भग्स के ब्लीडिंग भी होने लगा।जब मायके वालों को इस बात की जानकारी हुई तो वे लोग अगुआ रहे रजौली निवासी शिवनन्दन चौधरी के साथ बेटी के ससुराल पहुंचे व किसी तरह समझा-बुझाकर अपनी बेटी को मायके लाकर इलाज कराने लगे।मृतक के पिता ने बताया कि बीते 8 जुलाई को नवादा स्थित डॉ मधु सिन्हा के यहां भी इलाज कराया गया था।वहीं मंगलवार की सुबह लगभग नौ बजे बेटी की तबियत अचानक खराब हो गई।जिसे इलाज हेतु अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया।अस्पताल में ड्यूटी में रहे चिकित्सक डॉ राघवेंद्र भारती ने बेटी को मृत घोषित कर दिया।बेटी के मृत होने की सूचना मिलते ही परिजनों में शोक की लहर दौड़ पड़ी।

सूचना के बाद भी अस्पताल नहीं पहुंची पुलिस,बिलखते रहे परिजन

मृतिका के परिजनों व अस्पताल कर्मियों के द्वारा थानाध्यक्ष,डायल 112,एसडीपीओ व एसपी नवादा को सूचना दिया गया।किन्तु सुबह से शाम हो जाने के बाद भी कोई पुलिसकर्मी अस्पताल परिसर नहीं पहुंच पाई।मृतिका के पिता ने बताया कि पुलिस द्वारा थाने को लिखित आवेदन देने को कहा गया।किन्तु लिखित आवेदन लेकर जब थाना पहुंचे तो ड्यूटी में रहे पुलिस पदाधिकारी आवेदन लेने से मना कर दिए।वहीं अस्पताल में शव के साथ परिजन सुबह से लेकर शाम तक रहकर थक चुके थे व खुद को कमजोर महसूस कर रहे थे।पीड़ित परिजनों का न्याय पर से विश्वास उठने को मजबूर हो रहा था।पीड़ित परिजनों ने कहा कि गरीब लोगों को बहुत मुश्किल से न्याय मिलता है।वहीं शाम होने पर शव को परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयारी करने की बात कह रहे थे।

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