इंटर में नामांकन तिथि के अंतिम दिन एएस कालेज में उमड़ी भीड़

चंद्रमोहन चौधरी ।

अंतिम तिथि को इन्टर में नामांकन को लेकर एएस कालेज बिक्रमगंज में छात्राओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। ज्ञातव्य हो प्रथम मेधा सूची में चयनित छात्रों का नामांकन 29 और 30 जून को बकरीद पर्व के कारण अवकाश और 2 जुलाई को रविवार के कारण नामांकन कार्य नहीं हो सका था। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा प्रक्षेत्र के शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष अक्षय कुमार प्यारे ने बताया कि एएस कालेज में इन्टर से लेकर स्नातकोत्तर तक एक ही साथ नामांकन का कार्य चल रहा। कर्मियों की कमी के कारण एक एक कर्मी के जिम्मे कई काम हैं और वे उसे कर भी रहे हैं। सत्यापन के लिए शिक्षक भी लगे हुए हैं। शिक्षक गर्मी की छुट्टियां बीतने के बाद 1 जुलाई से काम पर वापस लौटे हैं। इसके पहले बीए पार्ट वन और एम ए का नामांकन के लिए शिक्षकेतर कर्मियों को सत्यापन का काम भी करना पड़ा। कर्मचारियों ने उस कार्य को भी कर्तव्यनिष्ठा के साथ किया। ये काम सभी अंगभूत कॉलेज के कर्मियों ने किया, लेकिन जब कर्मियों की प्रोन्नति आदि की बात आती है तो विश्विद्यालय प्रशासन कई तरह के बहाने बनाकर उसे टाल देता है। उन्होंने कहा कि 2006 के बाद आज तक कॉलेजकर्मियों को प्रोन्नति का लाभ नहीं मिला है। इसी बीच राज्य सरकार ने रिक्त पदों के बारे में जानकारी मांग ली है। इन पदों पर राज्य सरकार नियुक्ति की तैयारी कर रही है। कितने कर्मी प्रोन्नति की आशा लगाए बैठे हैं। कितने बिना प्रोन्नति के 30 साल 35 साल नौकरी के बाद सेवानिवृत्त हो गए और कितने काल के गाल में समा गए। 2016 के बाद कर्मियों को एसीपी और एमएसीपी को लाभ नहीं मिला है, जबकि कई कर्मी इस दायरे में आ गए हैं। शिक्षकेतर कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार शुरू से ही किया जाता रहा है। जब भी नए अधिकारी आते हैं तब तब कर्मियों के बीच आशा की किरण जगती है कि उनकी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता। सातवें वेतन का वेतन अन्तर की राशि का भुगतान अब तक नहीं हुआ है। जबकि यहीं भुगतान शिक्षकों का कर दिया गया है। जब भी नया अधिकारी आते हैं वे कहते हैं कि कर्मचारी रीढ़ होते हैं। लेकिन हर बार उस रीढ़ को कमजोर करने का काम किया जाता है। धरना प्रदर्शन हड़ताल के समय समझौते तो कर लिए जाते हैं। मगर खानापूर्ति के नाम पर उनमे से एक दो काम करने के बाद अन्य सारे काम को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। उन्होंने विश्विद्यालय अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि शिक्षकेतर कर्मियों की समस्याओं का समाधान करने की दिशा में सकारात्मक पहल करें। साथ ही वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा, कर्मचारी महासंघ के प्रक्षेत्र अध्यक्ष और महामंत्री से भी विश्वविद्यालय अधिकारियों से मिलकर कर्मचारी के समस्याओं के समाधान के लिए पहल करने का आग्रह किया।

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