डेल्टा रैंकिंग में गया जिला को ओवरऑल प्रक्षेत्र में द्वितीय स्थान मिला
धीरज ।
संयुक्त सचिव भारत सरकार ने निर्देश दिया कि शत प्रतिशत चापाकल ,अन्य जल संरचनाओं के समीप सोख्ता का निर्माण कराएं।
गया।कुणाल, संयुक्त सचिव, खेल विभाग युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में जल शक्ति अभियान एवं जल जीवन हरियाली अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तार पूर्वक संबंधित विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई है जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने बताया कि आकांक्षी जिला के तहत नीति आयोग भारत सरकार ने अप्रैल माह का डेल्टा रैंकिंग जारी किया है, जिसमें समग्र डेल्टा रैंकिंग में गया जिला को ओवरऑल प्रक्षेत्र में द्वितीय स्थान मिला है। हेल्थ एंड न्यूट्रिशन में 59 अंक लाते हुए तीसरा स्थान प्राप्त किया है उसी प्रकार शिक्षा में 53 अंक लाते हुए द्वितीय और स्थान प्राप्त किया है तथा एग्रीकल्चर एवं वाटर रिसोर्ट में 36.4 अंक लाते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया है। फाइनेंसियल इंक्लूजन एवं स्किल डेवलपमेंट 24.7 अंक बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर में 63.8 अंक प्राप्त किया है। इस प्रकार ओवरऑल डेल्टा रैंकिंग में अप्रैल माह में गया जिला द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।आकांक्षी जिला के तहत जिले के हाई स्कूलों में बच्चियों के लिए सेपरेट टॉयलेट अधिष्ठापन करवाया जा रहा है। गया जिले पहाड़ी क्षेत्र रहने के कारण जिले में अत्यधिक गर्मी रहती है स्कूलों में बच्चों को पानी के लिए 200 विद्यालयों को चिन्हित करते हुए आर ओ वाटर कूलर लगवाया जा रहा है ताकि बच्चों को ठंडा पानी मिल सके।बच्चों को बेहतर पढ़ाई के लिए 50 विद्यालयों को चिन्हित करते हुए साइंस लैब एवं मैथमेटिक्स लैब बनवाया जा रहा है।जिले के सभी 24 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में बच्चियों को बेहतर पढ़ाई के लिए स्मार्ट क्लास का निर्माण करवाया जा रहा है इसके साथ साथ जिले में आंगनवाड़ी सेंटर को मॉडल आंगनवाड़ी सेंटर में तब्दील किया जा रहा है।स्वास्थ्य व्यवस्था को और जनहित में सुविधा दुरुस्त हो इसके लिए पूरी व्यवस्था को पूरी व्यवस्थित रूप में कराया जा रहा है जेपीएन अस्पताल ने मरीजों की सुविधा हेतु अनेकों कार्य किए गए हैं साथ ही लेबर रूम को अत्याधुनिक तरीके से बनाया गया है इसके साथ ही कई लेटेस्ट उपकरण भी क्रय किए गए हैं।गया जिले को मशरूम का हब बनाया जा रहा है। अब तक 2515 किसानों को मशरुम का ट्रेनिंग दिया गया है हर गांव को मशरूम से जोड़ा जा रहा है। जिले के सभी पंचायतों के एक-एक गांव को मशरूम गांव के रूप में विकसित किया गया है। मशरूम के उत्पादन से जुड़े हुए किसानों को मशरूम की ट्रेनिंग उपलब्ध कराया गया है। मशरूम उत्पादन वाले किसान प्रतिमा 15 से 20 हजार रुपये का मुनाफा कमा रहे हैं।लेमन ग्रास के समीक्षा के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि गया जिला लगभग पहाड़ियों से घिरा हुआ है।पहाड़ी एरिया खास कर इम्मामगंज बाकेबाजार एवं बाराचट्टी जैसे एरिया में बड़े पैमाने पर लेमनग्रास की खेती की जा रही है।किसान काफी खुश हैं। उद्योग विभाग से समन्वय करते हुए एक क्लस्टर बनाकर उपकरण स्थापित कराने का कार्य किया जा रहा है।