नेहरू युवा केंद्र ने मोटा अनाज का प्रदर्शन कर कार्यशाला का किया आयोजन
विश्वनाथ आनंद।
गया (मगध बिहार)- विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नेहरू युवा केंद्र के तत्त्वाधान में मोटा अनाज का प्रदर्शनी एवं कार्यशाला का आयोजन टिकारी प्रखंड परिसर में किया गया। इस प्रदर्शनी में सैकड़ों लोगों ने आकर मोटा अनाज के बारे में जानकारी हासिल किया। कार्यक्रम के आयोजक सौरव शर्मा,क्षितिज कुमार, धीरज केसरी,
गौरव,सुनील,शिवम एवं बालमुकुंद शर्मा ने सभी लोगों को मोटा अनाज के महत्व के बारे में बतलाया। इस कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी नीरज आनंद ,
शिव नगर पंचायत के मुखिया सुनील शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु शेखर एवं भाजपा प्रखंड अध्यक्ष कुंदन शर्मा ने शिरकत किया। आयोजकों ने सभी अतिथियों का स्वागत अंग वस्त्र एवं पौधा प्रदान कर दिया।
शिवनगर के सरपंच सुनील शर्मा ने कहा है कि पूर्व में हम मोटा अनाज की खेती करते थे,लेकिन आज महीन अनाज की वजह से परंपरागत खेती से दूर होते गए हैं। हमें फिर से मोटे अनाज की ओर लौटने की आवश्यकता है।
सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु शेखर ने कहा कि पाश्चात्य सभ्यता की नकल में हम मोटा अनाज से दूर होते चले गए और बीमारियां हमारे नजदीक आती चली गई। मोटा अनाज के ऊपर अधिक और शोध की आवश्यकता है, ताकि किसानों को इसकी खेती में पर्याप्त लाभ हो सकें एवं जन वितरण प्रणाली के द्वारा आम जनता के लिए मोटा अनाज उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
प्रखंड विकास पदाधिकारी नीरज आंनद ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आयोजक सौरव शर्मा एवं उनके समस्त सहयोगियों को बधाई दिया। उन्होंने कहा कि एक समय में मक्का और मडुआ हमारी भोजन का प्रमुख हिस्सा हुआ करते थे, जिससे हम स्वस्थ रहते थे।
मोटा अनाज से दूरी बनाने की वजह से आज भारत मधुमेह जैसी बीमारी का राजधानी बन चुका है। प्रधानमंत्री ने मोटा अनाज के महत्व को अपने मन की बात कार्यक्रम के द्वारा देशवासियों तक पहुँचाया है। जी -20 जैसे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भी मोटा अनाज को प्रमुखता दिया गया है। कार्यक्रम के उपरांत सभी लोगों ने प्रखंड परिसर में वृक्षारोपण किया,एवं सभी लोगों से अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का अपील किया।