चौथे स्तंभ स्वरूप कलम का सिपाही बन देश की रक्षा करतें हैं पत्रकार : डॉ० मनीष
चंद्रमोहन चौधरी।
भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ बिहार प्रदेश महामंत्री सह काराकाट विधानसभा भावी प्रत्याशी डॉ० मनीष रंजन ने 30 मई मंगलवार को हिंदी पत्रकारिता दिवस पर देश के सभी पत्रकारों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि 1826ई० में आज ही के दिन कोलकाता से हिंदी का प्रथम समाचार पत्र उदन्त मार्तण्ड प्रकाशित होना शुरू हुआ था। जो गर्व की बात है कि 197 वर्षों के इस लम्बे सफर में भारतीय पत्रकारों ने हिंदी पत्रकारिता को निरंतर सशक्त और समृद्ध किया है। चाहे 1857ई० का “स्वातंत्र्य समर” हो अथवा 1947ई० तक का आंदोलन हों,पत्रकारिता जगत का राष्ट्र जागरण में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। साथ ही साथ देश के सभी प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुडें पत्रकारगण भारतीय लोकतंत्र के संरक्षण और संवर्धन में अपनी प्रमुख भूमिका का निर्वाहन करते हुए लोकतंत्र के चौथे स्तंभ स्वरूप कलम का सिपाही बन देश की रक्षा में अपना जीवन तक समर्पित कर दिया हैं। लेकिन पत्रकारिता जगत में 30 मई 1826ई० का एक अलग ही महत्व है। जब पंडित युगल किशोर शुक्ला के संपादन में ‘उदन्त मार्तण्ड’ प्रथम हिंदी समाचार पत्र का उदय हुआ और अंग्रेजों के नाक के नीचे कलम की क्रांति को जनमानस तक पहुंचाने का कार्य किया था। जिस ऐतिहासिक कार्य को आज भी पत्रकार अपनी निष्पक्ष लेखनी एवं निर्भयता के साथ लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा को लेकर समाज में अलख जगा रहे हैं। जिससे एक मजबूत समाज का निर्माण के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने में भी पत्रकारिता का एक अहम योगदान आज भी है।