अखिल भारतीय शैक्षिकसंघ(AIFEA) 66 वें शिक्षा शिक्षक सम्मेलन में गरजे शिक्षक नेता
मनोज कुमार ।
बिहार सरकार के माननीय कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने किया सम्मेलन का उद्घाटन, कहा हम हर समय शिक्षक और शिक्षकों की उचित मांगों के साथ है
जब तक शिक्षक भूखा रहेगा ज्ञान का सागर सुखा रहेगा हम सभी शिक्षकों के मांगों के साथ खड़े हैं – मुख्य अतिथि डॉक्टर अनिल कुमार विधायक टेकारी विधानसभा क्षेत्र
एजुकेशन इंटरनेशनल से संबद्ध अखिल भारतीय शैक्षिक संघ”AIFEA” का दो दिवसीय 66 वाॅं शिक्षा शिक्षक सम्मेलन की शुरुआत शैक्षिक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बृजनंदन शर्मा के मार्गदर्शन में आज बोधगया रोड स्थित द बौधि पैलेस रिसोर्ट के सभाकक्ष में किया गया जहां देश के विभिन्न राज्यों से विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्राध्यापक अखिल भारतीय शैक्षिक संघ से जुड़े विभिन्न प्राथमिक शिक्षक संघ एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी गण उपस्थित रहे
बिहार सरकार के माननीय कृषि मंत्री श्री सर्वजीत कुमार एवं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री तथा टिकारी विधानसभा क्षेत्र के माननीय विधायक डॉक्टर अनिल कुमार जी एवं विशिष्ट अतिथि जिलाध्यक्ष महानगर जदयू गया श्री राजू बरनवाल जी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का उद्घाटन किया सम्मेलन के मेजबान संगठन बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के महासचिव श्री नागेंद्र नाथ शर्मा ने आगत अतिथियों का अपने स्वागत भाषण के माध्यम से स्वागत किया कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय शैक्षिक संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री राम अवतार पांडेय ने की एवं मंच संचालन अखिल भारतीय शैक्षिक संघ के राष्ट्रीय सचिव तथा बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने किया
आज के सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के माननीय कृषि मंत्री श्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि मैं भी पहले एक शिक्षक हूं उसके बाद मंत्री बिहार में शिक्षा का विकास हो शिक्षकों का विकास हो बिहार आगे बढ़े पहले मेरी यही प्राथमिकता है मैं सदैव शिक्षा और शिक्षक हित की बात करता हूं और शिक्षकों के उचित मांगों के साथ खड़ा हूं मुझसे जहां तक हो सकेगा मैं बिहार की शिक्षा के स्तर को सुधारने में तथा शिक्षकों के हित की लड़ाई मैं उनके साथ खड़ा रहूंगा
आज के सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं टेकारी विधानसभा क्षेत्र के माननीय विधायक डॉ अनिल कुमार ने कहा कि जब तक शिक्षक भूखा है ज्ञान का सागर सुखा है हम सभी चाहते हैं कि सभी शिक्षकों को समान सम्मान प्राप्त हो जो शिक्षक नियुक्त हो चुके हैं उन्हें भी सरकार नई अध्यापक नियुक्ति नियमावली 2023 के प्रावधानों से समायोजन को आधार बनाते हुए अच्छादित करें क्योंकि यह सभी शिक्षक दिए B.Ed डीएलएड के एंट्रेंस एग्जाम पास करके प्रशिक्षित होते हैं और फिर परीक्षा के आधार पर ही पात्रता परीक्षा देकर दक्षता परीक्षा देकर शिक्षक के रूप में कार्यरत है अब इनकी अलग से परीक्षा लेने की आवश्यकता इनके साथ नाइंसाफी प्रतीत होती है
हम सरकार से मांग करते हैं कि सरकार इन पर सहानुभूति पूर्वक विचार करें और जो पंचायती राज व्यवस्था के तहत शिक्षक नियुक्त हुए हैं उनका सामंजन समायोजन के आधार पर राज्य कर्मी का दर्जा देने की व्यवस्था सरकार करें यह यह शिक्षा हित और शिक्षक के हित दोनों के लिए उचित कदम होगा
सभा को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता मगध विश्वविद्यालय प्रोफेसर केके नारायण मैं विस्तार से नई शिक्षा नीति 2020 पर गंभीरता पूर्वक चर्चा की एवं अपनी बात रखी तथा उसके विसंगतियों पर प्रकाश डाला
वही श्री प्रेमचंद्र महासचिव इंडियन पब्लिक सर्विस इंप्लाइज फेडरेशन एवं अखिल भारतीय पेंशन बहाली मोर्चा ने अपने संबोधन में कहा कि हर हाल में अगर सभी शिक्षक और कर्मचारी एक सूत्र में बंधकर आंदोलन करते हैं तो हम 2023 के अंत अंत तक पुरानी पेंशन योजना का लाभ सभी कर्मचारी एवं शिक्षकों को दिलाने में कामयाब जरूर हो जाएंगे कार्यक्रम को अखिल भारतीय शैक्षिक संघ के राष्ट्रीय महासचिव श्री विवेकानंद दास ने संबोधित करते हुए कहा कि आज फिर वक्त आ गया है जब शिक्षक समाज समस्या ग्रस्त हो गया है ऐसी स्थिति में विभिन्न मांगों के लिए सभी को एकजुटता के साथ आंदोलन में सक्रिय होने की आवश्यकता है