वैदिक शिक्षा की उपेक्षा का परिणाम है ,पर्यावरण प्रदूषण-डॉ विवेकानंद मिश्र
विश्वनाथ आनंद ।
गया (मगध बिहार)- गया स्थानीय विष्णुपद स्थित लक्ष्मी भवन में मग धर्म संसद द्वारा आयोजित सॉरी महायज्ञ में मुख्य अतिथि के रूप में विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े डॉक्टर विवेकानंद मिश्र महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भौतिक सुख- सुविधा प्राप्ति के आपाधापी में आज हम- हम इतने मदमस्त हो गए हैं कि विज्ञान की विध्वंशक, अविवेक पूर्ण शिक्षा को अपना कर भी अपनी भलाई समझ रहे हैं। स्वयं को इस सृष्टि का मुकुट मणि समझाने बाली आधुनिक शिक्षा ने वैदिक शिक्षा की उपेक्षा करना अपना कर्तव्य समझ गया है। वैज्ञानिक तकनीकी विकास के नाम पर वनस्पति एवं प्राणी जगत का जिस तेजी से विनाश करना आरंभ किया है इसे देखते हुए भी सर्वश्रेष्ठ बुद्धिजीवी कहलाने वाले मूक हैं, चुप हैं। ऐसे में शैलेश पाठक जी को मैं हार्दिक धन्यवाद देता हूं जो समाज और राष्ट्र के अहम मुद्दे पर हम सब का ध्यान आकृष्ट किया है।
मुख्य अतिथि के रूप में मग धर्म संसद द्वारा आयोजित शौर्य धर्म महासम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत के जाने-माने वेदज्ञ, बाबा विश्वनाथ मंदिर काशी के मुख्य आचार्य तथा दर्जनों पुस्तकों रचयिता डॉ श्रीदेव नहीं गंभीर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि आज केवल पर्यावरण प्रदूषण ही नहीं बल्कि हमारी सभ्यता संस्कृति आदर्श और मूल्यों को भी आधुनिक शिक्षा ने प्रदूषित कर दिया है। तहस-नहस कर दिया है। आज नैतिक पतन का क्षरण समाज में इस कदर हो रहा है जिसकी कल्पना मात्र से ही अंधकारमय भविष्य की तस्वीर दृष्टिगोचर हो रही है। समाज में व्याप्त विभिन्न कुरीतियों का विस्तार से चर्चा करते हुए खासकर उन्होंने बड़े जोर देकर तिलक दहेज जैसी दानवी शक्ति से मुक्ति के लिए युवाओं को आगे आने की सलाह दी। लोगों को प्रेरित किया। श्रद्धेय के आह्वान पर दर्जनों व्यक्तियों ने दहेज न लेने की शपथ लिया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में विभिन्न राज्यों से पधारे
लोगों ने भाग लिया। प्रमुख रूप से सम्मेलन को संबोधित करने वाले लोगों में सत्यदीप शर्मा प्रदीप शर्मा जी कमलेश पुणे और गुरुजी राजस्थान रेखा शर्मा कैलिफोर्निया उमा शर्मा पूना राजेश्वर शर्मा, पोखरण, डॉ रामकृष्ण आचार्य मुकेश मिश्रा भाजपा के वरिष्ठ नेता सिद्धनाथ मिश्रा आचार्य अरुण मिश्र मधुप भास्कर बाबा पंडित गणेश दत्त मिश्रा सोनी मिश्रा डॉक्टर मनोज कुमार मिश्रा शिव बल्लभ मिश्रा श्रीमती नीलम मिश्रा सुखदेव मिश्र प्रदीप कुमार मिश्रा नंदन कुमार मिश्रा कमला कांत पाठक यामिनी भूषण मिश्र गोविंद पाठक यादी उल्लेखनीय हैं। मंच का संचालन डॉक्टर हेरंब मिश्रा किया। सौर महासम्मेलन के मुख्य आयोजक पंडित शैलेश पाठक सौर महासम्मेलन की उपयोगिता पर विस्तृत प्रकाश डाला। तथा लोगों को सामाजिक एकजुटता के लिए अपने स्तर से प्रयास कर वैचारिक क्रांति लाकर जागरूक करने की सलाह दी।