कचरा उठाव को लेकर प्रत्येक घरों से 30 रुपये एवं दुकान से 60 रुपये वसूलने का निर्देश
संतोष कुमार ।
प्रखण्ड कार्यालय में शुक्रवार को बीडीओ अनिल मिस्त्री के नेतृत्व में 8 ग्राम पंचायतों के मुखिया,सचिव एवं स्वच्छता पर्यवेक्षकों के साथ बैठक की।इस दौरान बीपीआरओ राजन कुमार,रजौली पूर्वी पंचायत के मुखिया संजय यादव,हरदिया पंचायत के मुखिया पिन्टू साव,अमावां पश्चिमी पंचायत के मुखिया उपेन्द्र प्रसाद,लेंगुरा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अजय राजवंशी व चितरकोली पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मनोज यादव एवं स्वच्छता पर्यवेक्षक चन्दन कुमार मौजूद रहे।बीडीओ ने कहा कि प्रखण्ड में ठोस एवं गिला कचरा प्रबंधन कार्य चल रहे 8 ग्राम पंचायतों के मुखिया,सचिव एवं स्वच्छता पर्यवेक्षकों के साथ बैठक कर कचरा उठाव,ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन एवं माहवारी राशि वसूलने पर जोर दिया गया।बीडीओ ने कहा कि सभी स्वच्छता पर्यवेक्षकों को अपने-अपने क्षेत्र से दो-दो हजार रुपये वसूलने हेतु एक सप्ताह का समय दिया गया है।
साथ ही बताया कि कुछ ग्राम पंचायतों जैसे बहादुपुर पंचायत में स्वच्छताकर्मियों के मानदेय नहीं मिलने के कारण कचरा उठाव बन्द है।स्वच्छता कर्मियों द्वारा इसकी सूचना दी गई थी।स्वच्छताकर्मियों को कार्य शुरू करने को निर्देशित किया गया है एवं अविलंब मानदेय भुगतान का निर्देश दिया गया है।बैठक में चितरकोली मुखिया प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि डब्लूपीओ के लिए अंचलाधिकारी द्वारा आवंटित जमीन पर लगभग चार फीट ऊंचा निर्माण कार्य कराया गया था।किंतु उक्त निर्माण कार्य को वन विभाग द्वारा रोक लगा दिया गया है।जिसके कारण डब्लूपीओ हेतु दूसरे एनओसी की आवश्यकता है।वहीं पर्यवेक्षकों ने कहा कि गांव के कुछ लोग कचरा उठाव हेतु राशि नहीं देते हैं और दूसरे लोगों को भी राशि नहीं देने को प्रेरित करते हैं।बीडीओ ने कहा कि आगामी सोमवार से पंचायतों के सभी वार्डों में वार्ड सदस्यों के साथ गांव जाकर बैठक कर लोगों को राशि देने हेतु प्रेरित किया जाएगा।बीडीओ ने कहा कि गांव के हर घर से 30 रुपये प्रति माह एवं दुकानों से 60 रुपये प्रति माह राशि वसूलने के निर्देश है।साथ ही स्वच्छता पर्यवेक्षकों को निर्देश दिया गया कि गांव में शादी-विवाह,मुंडन,छठियारी आदि कार्यक्रमों को लेकर लोगों से सम्पर्क स्थापित कर साफ-सफाई हेतु कचरा के अनुसार राशि वसूलना सुनिश्चित करेंगे।वहीं खराब पड़े कचरा उठाने वाले ई-रिक्शे एवं अन्य वाहनों की मरम्मती को लेकर मुखिया एवं स्वच्छता पर्यवेक्षकों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं।