तीसरी बार प्रधानमंत्री के झांसे में नहीं आयेंगे गया के देवतुल्य मतदाता _ इंडिया गठबंधन
मनोज कुमार ।
गया संसदीय क्षेत्र के देवतुल्य मतदाता मोदी सरकार के 10 साल के अन्याय काल से त्राहि, त्राहि कर रहें हैं, इस बार चुनाव में मुख्य मुद्दा महँगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, घोटाला है, ना कि हिन्दू- मुस्लिम, राम मंदिर, और विगत पूर्व के दो चुनावों का जुमले और झांसे।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू ने आज गया के ऐतिहासिक गांधी मैदान में प्रधानमंत्री के चुनावी भाषण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी इंडिया गठबंधन की लोकप्रियता से इतने घबराहट और चिढ़ में है कि इंडिया जैसे नाम को घमण्डी या कह रहे हैं, जो इंडिया जैसे देश के प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता।
प्रो मिट्ठू ने कहा कि आज प्रधानमंत्री जी द्वारा बार, बार संविधान की दुहाई देने से भी यह सिद्ध हुआ है कि वास्तविक में वो संविधान एवं संवैधानिक संस्थानों से छेड़छाड़ कर रहे हैं, जिसके बारे में चुनावी सभाओं में गुणगान कर अपना प्रायश्चित कर रहे हैं।
प्रो मिट्ठू ने कहा कि प्रधानमंत्री जी आपके ही गया संसदीय क्षेत्र के उम्मीदवार जितन बाबु गला फाड़ कर चीख, चीख कर भगवान राम को काल्पनिक कहने का काम किया है , सनातन एवं ब्राह्मणों को गाली देने का काम किया है।
अति प्राचीन अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपना स्थान रखने वाला गया के लोग आज के प्रधानमंत्री के भाषण से काफी निराश हुए क्योंकि उन्होंने ना तो गया शहर को स्मार्ट शहरों की सूची में शामिल करने की बातें कही, ना ही रामायण सर्किट से जोड़ने की, नहीं वर्षो से लंबित एक मात्र स्टील प्रॉसेसिंग प्लांट ऐ रू के निर्माता कार्य शुरू करने, आदि कई प्रश्न गया की जनता का निरुत्तर रह गई।
प्रधानमंत्री चुनाव के अहम मुद्दा महँगाई और बेरोजगारी पर एक शब्द भी बोलना मुनासिब नहीं समझा।
प्रो मिट्ठू ने कहा कि यही प्रधानमंत्री जी जब पहली बार 2014 में गया के गांधी मैदान में चुनावी भाषण दिए थे, तो ना जाने सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को डी एन ए, चंदन-सांप क्या, क्या नहीं बोले थे, दुसरी बार सन 2019 में यही जितन राम मांझी को क्या, क्या नहीं कहा था, आज 2024 में उन्होंने केवल अपनी चुनावी सभा में कॉंग्रेस, राजद के नेताओं को कोसते रहे।
प्रो विजय कुमार मिट्ठू ने कहा कि गया कि देवतुल्य जनता पूर्व में दो, दो बार इनकी झांसे में फंसे है, इस बार कतई फंसने वाले नहीं हैं।