वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम, दृढ़ प्रण के प्रतिमूर्ति महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि मनाई गई
DHIRAJ GUPTA.
गया ।उदयपुर मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि गया के स्थानीय चौक स्थित इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण मे कॉंग्रेस पार्टी के तत्वाधान मे मनाई गई है। सर्वप्रथम महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात् उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया है।इस अवसर पर उपस्थित बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, प्रद्युम्न दुबे, दामोदर गोस्वामी,टिंकू गिरी, रंजीत कुमार सिंह, विनोद उपाध्याय, शिव कुमार चौरसिया, श्रवण पासवान, उदय शंकर पालित, मोहम्मद समद, रूपेश चौधरी, राहुल चंद्र वंशी, सकल देव यादव, आदि ने कहा कि महाराणा प्रताप का नाम भरत के इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ़ प्रण के लिए अमर है।
उन्होंने मुगल बादशाह अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया, अन्तत अकबर महाराणा प्रताप को अधीन करने में असफल रहा। महाराणा प्रताप की नीतियां शिवाजी महाराज से लेकर ब्रिटिश के खिलाफ बंगाल के स्वतंत्रा सेनानियों के लिए प्रेरणा श्रोत बने।नेताओं ने कहा कि महाराणा प्रताप आजीवन जनमानस के लिए संघर्षरत रहे, उनके डर से अकबर अपनी राजधानी लाहौर लेकर चला गया और महाराणा के स्वर्ग सिधार ने बाद आगरा ले आया। महाराणा प्रताप एक सच्चे राजपूत, शूरवीर , देशभक्त, योद्धा, मातृ भूमि के रखवाले के रूप में महाराणा प्रताप संपूर्ण विश्व में सदैव याद किए जाएँगे।