3 वर्षीय मासूम की हत्या के आरोप में एक महिला की पीट-पीटकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस

दिवाकर तिवारी।

हत्या के बाद इलाके में सनसनी, सड़क जामकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

रोहतास। जिले के अगरेर थाना क्षेत्र अंतर्गत आकाशी गांव से बीते रात दोहरे हत्याकांड का एक मामला प्रकाश में आया है। बताया जाता है कि एक मासूम बच्चे की हत्या के आरोप में एक महिला को पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है और ग्रामीणों ने आरोपित महिला का घर भी आग लगाकर जला दिया है। घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है तथा घटनास्थल पर लोगों की भारी भी इकट्ठा हो गई है। इधर घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची अगरेर थाने की पुलिस सहित सासाराम अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार ने दोनों शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तथा पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना के संबंध में स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि आकाशी गांव निवासी जग्गु सिंह का 3 वर्षीय पुत्र शिवम् दरवाजे पर खेल रहा था। तभी पड़ोसी दशरथ सिंह की पत्नी चिंता देवी ने मासूम को अपने घर बुलाया और गला दबाकर उसकी हत्या कर शव को बोरे में बंद कर घर में छिपा दिया। इस दौरान लापता शिवम को खोजते हुए ग्रामीणों ने जब सभी घरों की तलाशी लेनी शुरू की, तो दशरथ सिंह ने अपने घर के दरवाजे बंद कर दिए और ग्रामीणों को घर में घुसने से मना कर दिया। जिसके बाद आक्रोशितों ने घर के दरवाजे को तोड़कर कर अंदर प्रवेश करना चाहा तो इसी बीच महिला ने मासूम शिवम् के शव को बोरे में बंद कर छत से बाहर फेंक दिया। जिसे देख ग्रामीण उग्र हो गए तथा उसके घर को आग के हवाले करते हुए आरोपी महिला चिंता देवी की पीट-पीटकर हत्या कर दी। जबकि इस दौरान परिवार के अन्य सदस्यों को भी गंभीर चोंटे आई हैं। जिनका फिलहाल इलाज चल रहा है।

वहीं घटना की पुष्टि करते हुए एसपी विनीत कुमार ने बताया कि सासाराम अनुमंडल के अगरेर थाना क्षेत्र में एक लापता बच्चे का शव पड़ोसी के घर के पास मिलने से उग्र दो पक्षों के आपसी मारपीट में एक महिला की मृत्यु होने की सूचना प्राप्त हुई है। जिसका सासाराम एसडीपीओ दिलीप कुमार द्वारा विस्तृत जांच किया जा रहा है। घटना को लेकर गांव में पुलिस बल की तैनाती की गई है तथा हर बिंदुओं पर गहनता से जांच की जा रही है।

ग्रामीणों ने किया सड़क जाम

दोहरे हत्याकांड के बाद उग्र ग्रामीणों ने सासाराम आरा पथ को जामकर प्रदर्शन किया। ग्रामीण पीड़ित परिवार को मुआवजे की मांग के साथ आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। हालांकि सड़क जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे सदर एसडीओ आशुतोष रंजन एवं सदर एसडीपीओ दिलीप कुमार ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को समझा बूझाकर सड़क से हटाने का पूरा प्रयास किया। लेकिन फिर भी ग्रामीण लगभग दो-तीन घंटे तक सड़क को जाम रखने में कामयाब रहे। जिससे सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। प्रशासन के आश्वासन के बाद उग्र भीड़ को सड़क से हटा दिया गया है तथा गांव में भी पुलिस कैंप कर रही है।

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