मगध विश्वविद्यालय सीनेट बैठक का छात्र संगठनों ने किया विरोध सीनेट बैठक में छात्रों का प्रतिनिधि ना होना कैंपस लोकतंत्र का मजाक समय पर नामांकन, पूरी पढ़ाई, परीक्षा, रिजल्ट की गारंटी करे विश्वविद्यालय चार वर्षीय स्नातक कोर्स को थोपना बंद करे कुलाधिपति
मनोज कुमार,
बोधगया– 4 जनवरी 2023
मगध विश्वविद्यालय में आज हो रहे अधिषद सीनेट की वार्षिक बैठक का छात्रों ने विरोध कर दिया। विरोध प्रदर्शन में छात्र संगठन आइसा, इंकलाबी छात्र और छात्र राजद कार्यकर्ता शामिल थे।
छात्र संगठन के कार्यकर्ता हाथों में मांगों का पोस्टर लिए डीडीइ फाउंटेन के पास खड़े होकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे। जैसे ही विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कैंपस में दाखिल हुए छात्रों ने उन्हें पोस्टर दिखाने की कोशिश की मगर प्रशासन द्वारा प्रदर्शन करने से रोका गया और पोस्टर छीन लिया गया।
आइसा गया प्रभारी तारिक अनवर, इंकलाबी छात्र के संयोजक दीपक दांगी व छात्र राजद के संतोष राय ने संयुक्त रूप से कहा कि सीनेट बैठक से विश्वविद्यालय की आगामी रूपरेखा तय होती है। मगर यह दुर्भाग्य है की बैठक में छात्रों का कोई प्रतिनिधि नहीं है। एक तरफ आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है दूसरी तरफ कैंपस लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। 2018 से छात्र संघ चुनाव नहीं हुए हैं। हम बैठक में जाकर छात्रों के मुद्दे उठाना चाहते थे।
छात्र नेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय में समस्याओं का अंबार है मगर छात्रों की कोई सुनने वाला नहीं है। कुलाधिपति को मगध विश्वविद्यालय में समय पर नामांकन, पूरी पढ़ाई, परीक्षा, रिजल्ट की गारंटी करनी होगी। हमलोग उनसे मिलकर मांग पत्र सौपना चाहते थे मगर कुलाधिपति ने छात्र संगठन के प्रतिनिधियों से मिलना भी जरूरी नहीं समझा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
कैंपस लोकतंत्र, छात्र संघ चुनाव और छात्र हितों के लिए हमारा संघर्ष आगे भी जारी रहेगा। विश्वविद्यालय की तानाशाही को छात्र बर्दाश्त नहीं करेंगे।
कार्यक्रम में आइसा से मो. शेरजहाँ, सोनू कुशवाहा, विकास रंजन, रवि रंजन निलय, विक्रम कुमार, ज्योति प्रकाश, पंकज कुमार, राजेश कुमार, अभिषेक राठौर समेत दर्जनों छात्र प्रतिनिधि शामिल थे।