बिक्रमगंज रेलवे स्टेशन की उपेक्षा के विरोध में आप कार्यकर्ताओं ने दि धरना
चंद्रमोहन चौधरी,
बिक्रमगंज रेलवे स्टेशन पर आम यात्रियों की सुविधाओं के अभाव और विभाग द्वारा स्टेशन की उपेक्षा किये जाने को लेकर आप के कार्यकर्ताओं ने स्टेशन परिसर में दिया एक दिवसीय धरना। धरना का नेतृत्व पार्टी के पूर्व जिला सचिव सह काराकाट विधानसभा के पूर्व प्रभारी निर्भय कुमार सिंह ने किया। धरना स्थल पर एक सभा की गई। जिसे संबोधित करते हुए लोगों ने बिक्रमगंज स्टेशन पर ट्रेन संख्या 18639/18640 आरा – राँची – आरा एक्सप्रेस का ठहराव देने तथा देश के महानगरों को जाने वाले नये रेलों का बिक्रमगंज से होकर परिचालन शुरू करने की माँगें रखी।कहा कि कई पत्र रेलमंत्री, भारत सरकार; महाप्रबंधक, पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर; मंडल रेल प्रबंधक, पंडित दीन दयाल उपाध्याय रेल मंडल, मुगलसराय; स्टेशन प्रबंधक को दिया गया। पत्र के आलोक में स्टेशन पर विकास के कार्य शुरू हुए हैं और रेलवे ने पत्र द्वारा सूचित भी किया है। जिसके लिए उन्होंने रेलवे का आभार व्यक्त किया है। परन्तु उपरोक्त अन्य दो माँगों पर विभाग द्वारा न तो समूचित व्यवस्था की गयी है और न ही उनके भेजे पत्रों में संतोषजनक उत्तर दिया गया है। एक माह पूर्व ही पत्र द्वारा माँगे नहीं माने जाने पर धरना-प्रदर्शन करने की सूचना विभाग एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को दे दिया गया था। आरा-राँची-आरा बिक्रमगंज से होकर जाती है, लेकिन ठहराव नहीं होने के कारण यहाँ के लोगों को उसका कोई लाभ नहीं मिलता है।
मुख्य अतिथि पूर्व जिलाध्यक्ष तथा काराकाट लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी ग़ुलाम कुन्दनम ने कहा कि देश की आम जनता को दिखावे वाले कुछ रेल नहीं बल्कि पर्याप्त आम ट्रेनें चाहिए ताकि वे सुविधाजनक, ससमय और जरूरत के अनुसार गंतव्य स्थान की यात्रा रेल से कर सकें। बिक्रमगंज से दिल्ली जाना हो तो कोई सीधी रेल सेवा उपलब्ध नहीं है। इस क्षेत्र के बहुत सारे लोग महानगरों में नौकरी या अन्य कार्य करते हैं, उन्हें आने जाने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। दोनों माँगों को लेकर धरना-प्रदर्शन के दौरान स्टेशन प्रबंधन को ज्ञापन देकर पुन: माँग की गयी। इसके बाद भी माँगें नहीं मानी जाती है तो आगे बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। धरना कार्यक्रम में डॉ सौरभ कुमार, सैयद शेर जहां, कृष्ण कुमार सिंह, राम मुरत सिंह, बिनोद कुमार, सत्येंद्र कुमार, रामजी पांडेय, सद्दाम, बृज बिहारी सिंह, अवधेश सिंह आदि उपस्थित रहे।