मणिपुर हिंसा में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए हुआ सामूहिक पिंडदान
मनोज कुमार ।
पूरे विधि-विधान से संपन्न हुआ पिंडदान व तर्पण कर्मकांड.
गया: शहर के विष्णुपद मोहल्ला निवासी चंदन कुमार सिंह के द्वारा आज गया के देवघाट में सामुहिक पिंडदान किया गया. रामानुज मठ के महंथ स्वामी जगतगुरु वेंकटेश प्रपन्नाचार्य के निर्देशन में यह धार्मिक अनुष्ठान कराया गया. जिसमें मणिपुर हिंसा में मारे गए लोग, उड़ीसा में हुए ट्रेन दुर्घटना में मारे गए लोग, लद्दाख में दुर्घटना में मारे गए सेना के जवान, तुर्की सीरिया में भूकंप के चलते मारे गए लोग, रूस यूक्रेन युद्ध मे मारे गए लोग सहित पूरे दुनिया में बिभिन्न हादसों में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए यह सामुहिक पिंडदान किया गया और फल्गु नदी में तर्पण देकर आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई. पूरे धार्मिक विधि विधान से पिंडदान व तर्पण कर्मकांड की प्रक्रिया को संपन्न कराया गया.
इस मौके पर स्थानीय निवासी चंदन कुमार सिंह ने बताई कि इस तरह का सामूहिक पिंडदान करने की शुरुआत उनके पिता के द्वारा की गयी थी, ताकि जिनके उत्तराधिकारियों के लिए गयाजी तीर्थ पहुँचने की संभावना बहुत कम हो, उनके लिए भी यहां श्राद्ध किया जाय ताकि उन्हें भी मोक्ष मिल सके. उन्होंने बताया कि हमारे पिता सुरेश नारायण सिंह वर्ष 2001 से 2013 तक प्राकृतिक आपदा में मारे गए लोगों के लिए सामूहिक पिंडदान करते थे. पिता की मृत्यु के बाद वर्ष 2014 से अब तक लगातार हम प्राकृतिक आपदा में मारे गए लोगों का पुत्र बनाकर पिंडदान कर्मकांड करवा रहे हैं ताकि आपदा में मारे गए लोगों की आत्मा को शांति मिल सके. पिता के द्वारा शुरू की गई यह परंपरा आगे भी कायम रहे.वही रामानुज मठ के महंथ स्वामी जगतगुरु वेंकटेश प्रपन्नाचार्य ने कहा कि चंदन कुमार सिंह के द्वारा विगत कई वर्षों से प्राकृतिक आपदा एवं घटना दुर्घटना में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक पिंडदान किया जाता है. ऐसा बहुत ही काम देखा जाता है कि लोग दूसरों का भी पिंडदान करते हैं. इससे गयाजी का महत्व और भी बढ़ जाता है. जो लोग प्राकृतिक आपदा एवं घटना दुर्घटना में मारे गए हैं उनका पूरे विधि-विधान से पिंडदान व तर्पण कर्मकांड कराया गया है.