चोरों के आतंक से परेशान है औरंगाबादवासी

विश्वनाथ आनंद
औरंगाबाद (बिहार)- बिहार के औरंगाबाद जिला मुख्यालय इन दोनों चोरों के आतंक से परेशान है. ऐसे तो दर्जनों स्थान पर चोरों ने घरों में घुसकर चोरी की घटना का अंजाम भी दे चुका है . इसके लिए पुलिस प्रशासन ने कमेटी की गठन भी किया . कई स्थानों में स्थानीय पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग का कार्य भी किया जा रहा है. इसके बावजूद भी चोरों द्वारा चोरी की घटना का अंजाम देना कई सवाल को खड़ा करता है. बताते चलें कि बीती रात अनुमंडल कार्यालय सदर के समीप चोरों ने भिखारी फॉर्म के दुकानों में घुसकर आतंक मचाया. वहीं कई दुकानों की छत तोड़ दिया. दुकान में रखे रुपए पैसों को चोरों ने लेकर नौ दो ग्यारह हो गया. लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगा. जबकि कई स्थानों पर सीसीटी कैमरे लगाए गए हैं. जिस स्थान पर चोरों ने चोरी की घटना का अंजाम दिया है वह चौंकाने वाली है. यह क्षेत्र कचहरी एवं समाहरणालय के नाम से चर्चित है . इसी रास्ते से प्रशासन की गाड़ी आती जाती है. इसके बावजूद भी चोरों ने घटना का अंजाम दिया है, जिससे पुलिस के कार्य शैली पर सवालिया निशान जरूर लगता है . सूत्रों की बात माने तो कहना है कि एक माह पूर्व कचहरी पोस्ट ऑफिस समाहरणालय के समीप राष्ट्रीय बचत कार्यालय में चोरों ने चोरी की घटना का अंजाम दिया था. पुन: समाहरणालय कैंपस के अनुमंडल कार्यालय स्थित कोषागार के समीप दुकानों में चोरों ने घटना का अंजाम दिया है. जिससे प्रतीत हो रहा है कि चोरों द्वारा प्रशासन को चुनौती दी जा रही है. वहीं प्रशासन मूकदर्शक बनकर खड़ा है. चोरों के आतंक से औरंगाबाद जिला मुख्यालय परेशान है. इसी परेशानी को लेकर विगत दिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं नागालैंड के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने समस्या को लेकर डीएसपी के पास गए थे. जिसके लेकर जिला मुख्यालय में तरह-तरह की चर्चाएं होती रही. आज स्थिति यह है कि चोरों के आतंक से औरंगाबाद जिला मुख्यालय के लोग आज भी परेशान है . स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन एवं जिला पदाधिकारी से चोरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग किया है. स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि हीरोइनची एवं नशे का प्रयोग करने वाले लोग भी हो सकते हैं .

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