दो हजार किलोमीटर साइकिल यात्रा कर फग्गुमल गुरुद्वारा पहुंचे सिख धर्म के दो अनुयायी

दिवाकर तिवारी ।

रोहतास। सिक्ख धर्म के पांचो तख्त साहिब एवं राह में पड़ने वाले सभी ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब के दर्शन के उद्देश्य से साइकिल यात्रा पर निकले पंजाब के अमृतसर निवासी सरदार जर्मनजीत सिंघ एवं सरदार देवेंद्र सिंघ शनिवार की शाम सासाराम पहुंचे। बीते 30 अगस्त को अमृतसर से निकले दोनों सिक्ख अनुयायी लगभग 2000 किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर ऐतिहासिक चाचा फग्गुमल गुरुद्वारा दर्शन के लिए पहुंचे। जहां गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जत्थेदार सरदार सरबजीत सिंघ खालसा द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया गया तथा सिरोपा से सम्मानित कर सासाराम के सिक्ख ऐतिहासिक धरोहरों के दर्शन हेतु इतिहास की कई जानकारियां दी गई।

इस दौरान सरदार जर्मनजीत सिंघ ने कहा कि जब हम वाराणसी पहुंचे तभी हमने निश्चय किया कि रात्रि विश्राम संत चाचा फग्गूमल साहिब के चरणो में करेंगे। सृष्टि के चादर श्री गुरु तेग बहादुर एवं चाचा फगुमल साहिब के अनमोल निशानी के दर्शन मात्र से हीं हमारी 2000 किलोमीटर की यात्रा की थकावट बिल्कुल दूर हो गई। गुरुदेव द्वारा राग जैजावंती अवंती महला ९के गुरबाणी की कृपा स्थान का दर्शन मेरे जीवन का सबसे अनमोल पल है। उन्होंने बताया कि हमारी यात्रा लगभग दो महीने की है। जो पटना साहिब के बाद श्री हजुर साहिब नांदेड़ (महाराष्ट्र) एवं अंत में पांचवां तख्त श्री दमदमा साहिब सांबो की तलवंडी पंजाब में शुक्राना अरदास के साथ समाप्त होगी। मौके पर मौजूद मुख्य ग्रंथि भाई रणजीत सिंघ सहित सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सभी प्रबंधक सेवादारों ने बोले सो निहाल के साथ यात्रा को तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के लिए रवाना किया।