विधिक सेवा प्राधिकार का हुआ आयोजन महिलाओ व पुरुषो ने लिया भाग l महिला उत्पीड़न व अन्य कई बातो को दी गई जानकारी.

चन्दन कुमार मिश्रा l

शेरघाटी.बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देशानुसार एवम जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गया मनोज कुमार तिवारी के आदेशानुसार एवम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष अनुमंडलीय विधिक सेवा समिति, दीपक कुमार के दिशानिर्देश में रविवार को पंचायत सरकार भवन नीमा, डोभी में नालसा गरीबी उन्मूलन योजना 2015 एवम कार्यस्थल पर महिलाओं के उत्पीड़न पर रोकथाम योजना 2013 विषय पर लोगों को कानूनी जानकारी दी गई। विषय पर अनुमंडलीय विधिक सेवा समिति, शेरघाटी के तत्वाधान में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
अधिवक्ता विजय कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। इसकी जानकारी के अभाव में सभी को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है।
इसी उद्देश्य जिला विधिक सेवा प्राधिकार में जगह-जगह पारा लीगल वालेंटियर की बहाली की गई है।
इनके द्वारा कार्यक्रमों की जानकारी जमीनी स्तर पर लोगों को दी जाती है।
पीएलवी के माध्यम से की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए डालसा में आवेदन दे सकते हैं।
अनुमंडलीय विधिक सेवा समिति कर्मचारी मनीष प्रकाश ने कहा कि गरीबी उन्मूलन के लिये सरकार द्वारा चलायी जा रही स्कीम समाज में वंचित लोगों की मदद के लिए गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम शुरू करती है।
गरीबी को कम करने के उद्देश्य से और सामाजिक क्षेत्र में उन कार्यक्रमों को मजबूत और पुनर्गठित किया गया है,
जिससे समाज के सबसे कमजोर समूहों के लिए अनूठी पहल शामिल है।
कार्यस्थल पर महिलाओं के उत्पीडन पर महिलाओं के उत्पीड़न अधिनियम 2013 के बारे में विशेष जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कार्यस्थल पर महिला के साथ यौन उत्पीड़न, किसी को कार्य करने के लिए प्रलोभन देने, गलत नीयत से अपमान करने, आपत्तिजनक तरीके से तस्वीर, वीडियो दिखाना आदि अपराध की श्रेणी में आता है।
प्रखण्ड पंचायती राज्य पदाधिकारी डोभी अमितेश कुमार ने सरकार द्वारा चलाई जा रही, सभी गरीबी उन्मूलन योजनाओं का बिंदुवार तरिके से जानकारी दिया गया ।
इस अवसर पर पंचायत मुखिया प्रतिनिधि इन्द्रदीप यादव ने बताया कि लोग अपने अधिकार के साथ कर्तव्य का भी ईमानदारी से उपयोग करें तो सभी समस्याओं का हल होना सम्भव है।
पारा विधिक स्वयंसेवक सूचित पासवान, सरपंच, वार्ड सदस्यों के अलावा सैकड़ो के तादाद मे महिला पुरुष आदि लोग मौजूद थे।