भारतीय रेल किराया में कमी और रियायत अमृत योजना कब लागू करेगी मोदी सरकार _ कांग्रेस

मनोज कुमार ।
देश के गरीब, मध्यवर्गीय परिवारों का लाइफ लाइन कहे जाने वाले भारतीय रेल,कोविड 19 के वक्त से वरिष्ठ नागरिकों, खिलाड़ियों, पत्रकारों, छात्रों को रेल किराया में मिलने वाली रियायत, तथा उसी समय से पैसेंजर ट्रेनों के नाम के साथ स्पेशल शब्द जोड़ कर दुगना किराया वसूलने से गरीब मध्यवर्गीय परिवारों में काफी मायूसी है।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व विधायक मो खान अली, जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, दामोदर गोस्वामी, शिव कुमार चौरसिया, उदय शंकर पालित, बाल्मिकी प्रसाद, जगरूप यादव, जितेंद्र यादव, मो समद, खालिद अमीन, मो अहमद रजा खान, सुरेंद्र मांझी, विनोद उपाध्याय आदि ने कहा की देश जनता स्पेशल के नाम पर दुगना भाड़ा को सरकार द्वारा वापस लेने तथा वरिष्ठ नागरिकों, खिलाड़ियों, पत्रकारों, छात्रों को मिलने वाली रियायत की वापसी रुपी अमृत चाहते है।
नेताओ ने कहा की केंद्रीय रेल मंत्रालय सभी पुरानी और पूर्व घोषित, उद्घाटित योजनाओं को आगामी लोकसभा चुनावी राजनीति के तहत ” भारतीय रेलवे स्टेशन अमृत योजना ” कार्यक्रम कर करोड़ों, करोड़ रूपए प्रचार में पैसा बहा कर सभी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर भाजपा, आर एस एस, एवम् इनके गठबंधन दलों के नेताओ, कार्यकर्ताओं, समर्थकों, को इकट्ठा कर देश के 508 रेलवे स्टेशन, जिसमे बिहार के 49 स्टेशन पर किया गया।
नेताओ ने कहा की पूर्व, मध्य रेलवे के महत्वपूर्ण गया जंक्शन पर आयोजित भारतीय रेलवे स्टेशन अमृत योजना कार्यक्रम में गया नगर निगम के वरिष्ठ महिला उपमहापौर को बैठने की कुर्सी के लिए तू, तु मैम भी हुआ।
नेताओ ने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय रेल मंत्री से देश में वर्षो से रेलवे किराया में वरिष्ठ नागरिकों, खिलाड़ियों, पत्रकारों, छात्रों आदि को मिलते आ रही रियायत अविलंब शुरू किया जाय।