पितृपक्ष मेला 2023 के सफल आयोजन का जिलाधिकारी ने लिया जायजा
मनोज कुमार ।
गया, पितृपक्ष मेला 2023 के सफल आयोजन तथा देश विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पूर्व में किए जा रहे तैयारियों का जायजा आज जिला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा सीता कुंड, सीता पथ, गयाजी डैम, देवघाट, गजाधर घाट, सूर्य कुंड का रास्ता, विष्णुपद मंदिर प्रांगण, तुलसी बाग इत्यादि का निरीक्षण करें यात्रियों की सुविधा हेतु आवश्यक निर्देश दिए हैं।
सीता कुंड निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी में नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि टूटे हुए टाइल्स को अभी से ही ठीक करवाना शुरू करवाएं। इसके उपरांत उन्होंने कार्यपालक अभियंता गया जी डैम से जानकारी लिया कि कितने स्थानों से सीता पथ में बने अंडरग्राउंड नाला में वार्ड संख्या 53 के कितने नाले मिल रहे हैं, इसपर बताया गया कि कुल रास्ता का नाला को मेन नाला में जोड़ा गया है। स्थानीय लोगों ने जिला पदाधिकारी से अनुरोध किया कि नाला काफी ढलकाव होने के कारण पानी जमा हो जा रहा है, नाली का ऊपरी सरफेस को बड़ा करवाने की आवश्यकता है इस पर जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि अगले 7 दिनों के अंदर उपर्युक्त काम करवाना सुनिश्चित करावे।
गया जी डैम में वर्तमान में औसतन 09 फ़ीट पानी भरा हुआ है।
सीता पथ में पैदल भर्मण के दौरान डीएम ने पर्यपत लाइट लगवाने का निर्देश नगर निगम को दिया। साथ ही पीएचडी विभाग को सीता पत्र में पर्याप्त टॉयलेट, चेंजिंग रूम एवं पेयजल व्यवस्था करवाने का निर्देश दिए, ताकि पितृपक्ष मेला में यहां पर तर्पण करने आने वाले यात्रियों को सुवधा दिया जा सके।
जिला पदाधिकारी ने पुलिस उपाधीक्षक नगर तथा थाना अध्यक्ष मानपुर एवं थाना अध्यक्ष विष्णुपद को निर्देश दिया कि गयाजी डैम के समीप आए दिन असामाजिक तत्व द्वारा छिटपुट घटनाएं करने की सूचना प्राप्त हो रही है इस पर पूरी कड़ाई से अनुपालन करावे। जिला पदाधिकारी ने आसपास के क्षेत्र में विधि व्यवस्था बरकरार रखने के उद्देश्य से 4 होमगार्ड का जवान भी उपलब्ध कराया है।
उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि गया जी डैम को पितृपक्ष मेला के समय निरंतर साफ कैसे रखा जाए इस पर अभी से ही विचार तथा कार्य योजना तैयार करे।
गया जी डैम के पास बने पूल के उत्तर दिशा में जमे गंदा पानी को साफ करवाने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जेसीबी मशीन के माध्यम से केयारी बनाकर पानी के फ्लो के साथ निकासी कराएं।