गुड़िया के हत्यारा मास्टर माइंड को गिरफ्तार करने के लिए महिला ने एसडीओ को सौंपा ज्ञापन।

चंदन कुमार मिश्रा,

शेरघाटी।बीटी बीघा के गुड़िया देवी उम्र लगभग 32 वर्ष के हत्यारों को गिरफ्तार करने एवं फांसी की सजा देने की मांग को लेकर नारी उत्पीड़न संघर्ष समिति के बैनर तले शुक्रवार को बीटी बीघा से अनुमंडल कार्यालय तक शांति मार्च निकाला गया। मार्च में शामिल महिला पुरुष शहर के जेपी चौक पर पहुंचकर जेपी के प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए आगे बढ़े। शांति मार्च अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर अनुमंडल पदाधिकारी को अपने 3 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में गुड़िया देवी के हत्या में शामिल विनय यादव की पत्नी कुना देवी एवं गुड़िया का मोबाइल रखने वाला रविंद्र यादव को गिरफ्तार किए जाने की मांग की गई है।हत्या में रविंद्र यादव को शामिल होने की बात कही गई है। इसलिए उक्त दोनों की गिरफ्तारी एवं मृतक गुड़िया देवी के पति और संबंधियों को शेरघाटी थाना कांड संख्या 711/ 23 नाजायज तरीके से प्राथमिकी का करने का उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है। मार्च में शामिल महिला पुरुष अपने हाथों में तख्ती लिए गुड़िया देवी के हत्यारों एवं नारी उत्पीड़न के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर सड़क पर उतरे। नारी संघर्ष समिति इमामगंज के अध्यक्ष अस्मिता कुमारी ने कहा कि शेरघाटी के महिला संघर्ष समिति को सहयोग करने के लिए इमामगंज की एक टीम आई हुई है। उन्होंने कहा कि गुड़िया देवी के हत्या के 1 महीने बीतने के बाद भी पुलिस असली हत्यारा को गिरफ्तार नहीं की है। हत्या में शामिल मास्टरमाइंड महिला को पुलिस अनछुए रख रही है। जबकि मृतक महिला गुड़िया का मंगलसूत्र उसके घर से बरामद कर लिया गया है। इससे स्पष्ट हो गया है कि गुड़िया के हत्या में कौन-कौन लोग शामिल थे। स्थानीय पुलिस हत्यारों को बचाने का प्रयास कर रही है। पैरवी और पहुंच के आधार पर हत्यारे पुलिस के गिरेबान से बाहर हैं। लेकिन नारी उत्पीड़न संघर्ष समिति ने ठान लिया है कि हत्यारों को सजा दिला कर छोड़ेंगे। पुलिस कानून के अनुसार हत्यारे एवं हत्या में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर पीड़ित परिवार को उचित न्याय दे। अन्यथा आंदोलन को और तेज किया जाएगा। तब पुलिस के लिए यह आंदोलन सिरदर्द बन सकता है।
उल्लेखनीय हो कि थाना क्षेत्र के बीटी बीघा गांव में 7 जून की रात्रि 2 बच्चे की मां गुड़िया देवी की हत्या कर दी गई थी। पुलिस इस मामले में विनय यादव और महेंद्र प्रसाद को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि अन्य आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर हैं। शांति मार्च में अपर्णा कुमारी, शोभा कुमारी, अंजू कुमारी, प्रीति देवी, सुप्रिया देवी ने नेतृत्व संभाला।