पितृपक्ष मेला के सफल आयोजन के उद्देश्य से किये जा रहे तैयारियों का समीक्षा जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने कोषांगवार किया।
मनोज कुमार,
गया-10 जुलाई 2023, इस वर्षपितृपक्ष मेला 28 सिंतबर से प्रारंभ होकर 14 अक्टूबर 2023 तक आयोजित रखेगा। इस वर्ष पिछले वर्ष के अपेक्षा और अधिक तीर्थयात्रियों की आने की पूरी संभावना है। पितृपक्ष मेला के सफल आयोजन के उद्देश्य से किये जा रहे तैयारियों का समीक्षा जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने कोषांगवार किया। उन्होंने सभी कोषांगों के वरीय पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अभी से ही अपने कोषांग में अधीनस्थ पदाधिकारी अभियंता एवं संबंधित नामित पुरोहितो के साथ स्थल निरीक्षण करते हुए, जो भी कमियां पायी जाती है उसे युद्धस्तर में ठीक करवाये ताकि मेला अवधि में पितृपक्ष मेला की खूबसूरती में और चार चांद लग जाये।
आज मुख्य रूप से मेल क्षेत्र के सड़को एवं नाली मरम्मती, विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था, जलापूर्ति एवं स्वच्छता कोषांग के कार्यो पर समीक्षा की गई।
सड़क एवं नाली मरम्मत के संबंध में जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि कार्यपालक अभियंता बुडको, नगर निगम के अभियंतागण तथा आरसीडी विभाग के अभियंता का आपस में सभी का समन्वयन काफी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में अभी से कई सड़कें जर्जर स्थिति में है, कुछ सड़कें में पाइप लाइन बिछाने के दौरान काटी गई है जो अब तक मरम्मत नहीं हुई है। सभी सड़कों की सूची अच्छी तरीके से तैयार करते हुए पर्याप्त मटेरियल तथा मैन पावर को बढ़ाकर त्वरित गति से सड़क रीस्टोरेशन का कार्य करें।
जिला पदाधिकारी ने विशेष बल देते हुए कहा कि रामशिला सड़क तथा कर्बला के समीप की सड़क वर्तमान स्थिति में काफी दयनीय है, उसे हर हाल में 25 जुलाई तक ठीक करवाने का निर्देश किए हैं साथ ही उन्होंने कहा कि रामशिला के समीप रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे जलजमाव लगातार देखा जा रहा है, कार्यपालक अभियंता आरसीडी उसे पूरी अच्छी तरीके से आकलन करते हुए जल निकासी की व्यवस्था करवाएं।
चांद चौरा से विष्णुपद सड़क लगभग 500 मीटर सड़क को काटी गई थी परंतु अब तक रोड नहीं बनाया गया है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि अगले 4 दिनों के अंदर चकाचक सड़क बनाना सुनिश्चित करें। यह रोड काफी वीआईपी रोड है इसे ध्यान में रखते हुए तेजी से कार्य करें। अक्षय वट वेदी स्थल के समीप जमे पड़े मलवा को तुरंत हटवाने का निर्देश दिए।
माड़नपुर से अक्षयवट वाली सड़क में पानी लीकेज एवं सड़क मरामति पर डीएम ने बुडको के अभियंता तथा संवेदक को निर्देश दिया कि लीकेज को ठीक कराने पर बल दे। लीकेज को ठीक कराने के दौरान पानी सप्लाई बंद ना हो इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर जल पर्षद के अभियंता एवं बुडको आपस में बैठकर कार्य योजना तैयार कर लें। यदि लीकेज ठीक करने के दौरान पानी बंद रहता है तो उस क्षेत्र के लोगों को पूरी जानकारी माइकिंग कराकर तथा अन्य माध्यम से हर हाल में सूचित करें।
दुर्गा स्थान सड़क, समीर तकिया सड़क, कालीबाड़ी सड़क, चांद चौरा सड़क, नारायण चुआ, बंगाली आश्रम, कोइरी बारी, टिलहा धर्मशाला, सूर्यकुंड से देवघाट जाने का सभी रास्ता इत्यादि को अगले 7 दिनों में दुरुस्त करवाना सुनिश्चित करे।
उन्होंने कोषांग के पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी वेदी स्थल/ प्रमुख धर्मशाला इत्यादि को अनिवार्य रूप से निरीक्षण करें तथा वहां पर खराब गलियां/ सड़कें/ नालियां इत्यादि को ठीक करवाएं। मरम्मत टीम की संख्या को बढ़ाते हुए काम करे।
बैठक में पुरिहितो ने बताया कि मेला क्षेत्र में विभिन्न गलियो में गंगा पानी सप्लाई हेतु बिछाए गए पाइपलाइन के दौरान गलियां काटी गई है जिसे अब तक रिस्टोर नहीं किया गया है इस पर जिला पदाधिकारी ने बुडको के अभियंता को निर्देश दिया कि अति शीघ्र समतल करवाना सुनिश्चित करें।
जिला पदाधिकारी ने नगर निगम के सभी अभियंताओं को निर्देश दिया कि अगले 5 दिनों के अंदर मेला क्षेत्र के सभी सड़कों गलियों एवं नालियों का पूरी अच्छी तरीके से सर्वेक्षण कर लें तथा जो भी कमियां है उसे आकलन करते हुए दुरुस्त करावे।
जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी सदर तथा नगर पुलिस उपाधीक्षक को निर्देश दीया की चांद चौरा से विष्णुपद जाने वाली मुख्य सड़क पर अभी से ही अतिक्रमण वाद चलाकर सड़क को अतिक्रमण मुक्त करावे।
पेयजल एवं स्वच्छता कोषांग के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया कि सभी आवासन अस्थल तथा पुलिस आवासन स्थल पर अभी से ही घूम घूम कर पितृपक्ष मेला में किए जाने वाली व्यवस्थाओं का आकलन कर लें उन्होंने कहा कि आवासन स्थलों पर पहले से अति स्थापित टॉयलेट तथा पेयजल की व्यवस्था जो स्थापित है उसे मरम्मत करवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि सभी आवासन स्थल पर पानी निकासी हेतु एक फेवरेट टीम नामित रखें ताकि किसी भी आवासन स्थल में जलजमाव की स्थिति रहने पर उसे तुरंत साफ करवाया जा सके।
सभी पार्किंग स्थल पर पर्याप्त टॉयलेट एवं पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करावे।
विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था की समीक्षा के दौरान उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि पूर्व में लगे स्ट्रीट लाइट जो वर्तमान समय में खराब है उसे संबंधित एजेंसी के माध्यम से युद्ध स्तर पर मरम्मत करवाना सुनिश्चित करें साथ ही मेला क्षेत्र में यदि कहीं अतिरिक्त स्ट्रीट लाइट की आवश्यकता है तो उसे आकलन करते हुए यथाशीघ्र लगवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बिजली विभाग के अभियंता को निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र में यदि कहीं लूज वायर है तो उसे तुरंत बदलने का कार्य करें। तार का केबलिंग तथा गार्ड वायर इत्यादि अभी से ही लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि पूरे मेला क्षेत्र का अभी से ही बिजली ऑडिट कर ले ताकि कहीं कोई करंट लगने संबंधित हताहत के मामले ना मिले।
मेला क्षेत्र में पितृपक्ष मेला अवधि में बिजली की समस्या ना हो इसके लिए पुरोहितों ने जिला पदाधिकारी को 07 अलग-अलग स्थान पर अतिरिक्त ट्रांसफर लगाने हेतु अनुरोध पत्र दिया है।
जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी सदर को निर्देश दिया कि सीताकुंड के क्षेत्र में पार्किंग एरिया तथा नदी के किनारे हो रहे अतिक्रमण को जांच करते हुए उसे प्रभावी कार्रवाई करें।
बैठक में नगर आयुक्त गया नगर निगम, उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, डीसीएलआर सदर, वरीय उप समाहर्तागण सहित पांडा समाज के पुरोहित, कोषांग के पदाधिकारियों एवं अभियंतागण उपस्थित थे।