नवम् अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के पर ग्रामीण व शहरी इलाकों में मनाया गया योग दिवस

चंद्रमोहन चौधरी ।

नवम् अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण व शहरी इलाकों में योग शिविर का आयोजन किया गया। शहर के द डिवाइन पब्लिक स्कूल, धावां, बिक्रमगंज, डीएवी आरा रोड, संत एस एन ग्लोबल डुमरांव रोड बिक्रमगंज सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य संस्थानों के परिसर में योगाभ्यास किया गया। विदित हो कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। जिसे स्वीकार कर लिया गया। पहली बार 21 जून 2015 को योग दिवस मनाया गया। तब से पूरे विश्व में इस दिवस को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की परंपरा है।
आज के अवसर पर द डीपीएस, डीएवी और संत एस एन ग्लोबल के शिक्षक शिक्षिकाओं ने योगाभ्यास किया। द डीपीएस में योग सत्र की शुरुआत में विद्यालय के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने योग के महत्व को बताते हुए भारत और विश्व के लिए इसके महत्व पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि भारत में प्राचीन काल से ही योग प्रचलित है। धीरे-धीरे इसका भारत के बाहर भी प्रसार हुआ। बिना हानि पहुंचाए शरीर के सारे अवयवों को चमत्कारिक तरीके से सुदृढ़ बनाने की इस कला ने इसका वैश्वीकरण कर दिया। हमें गर्व है कि भारत की इस योग कला को विदेशी भी अपना रहे हैं।अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के इस वर्ष के थीम “वसुधैव कुटुम्बकम” को भी उन्होंने परिभाषित किया। उन्होंने कहा कि हमे अपने अंदर यह भाव जगाना है कि यह पूरी धरती ही हमारा परिवार है। जिस प्रकार हम अपने परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य की देखभाल करते हैं उसी प्रकार समूचे विश्व को अपना परिवार मानते हुए सबको स्वस्थ और निरोगी बनाने के लिए हम इस योग को स्वयं अपनाते हुए दूसरों को भी योग करने के लिए प्रेरित करें। योग दिवस के अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिका उपस्थित रहे।

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