गुलनार सीलाई सेंटर कि प्रेरणा स्त्रोत माता चंपा देवी की सातवी पुण्यतिथि मनाई गई

धीरज ।

गुलनार सीलाई सेटर कि नीव रखने वाली चंपा देवी की सातवी पुण्यतिथि मनाई गई

शहर के मीर अबू सालेह रोड स्थित गुलनार नि:शुल्क महिला सिलाई सेंटर प्रांगण में गुलनार की प्रेरणा स्रोत रहीं माता चंपा देवी की सातवीं पुण्यतिथि श्रद्धा पूर्वक मनायी गयी है. गया जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के सभापति सुरेंद्र सिंह सुरेंद्र ने माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है।इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।. इस बीच कवियों ने दिवंगत चंपा देवी को स्वरचित रचनाएं प्रस्तुत कर काव्यांजलि दी। कवयित्री रानी मिश्रा ने चंपा देवी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा कि मइया ममता के करजा उधार दे गेल, काहे अखिया के लोरवा उधार दे गेल. अंजू कुमारी ने कहा माता तेरी पुण्यतिथि पर पुष्प अर्पित करता हूं. तूने तो पूरा जीवन दिया मैं कुछ वक्त समर्पित करता हूं.
खालिक हुसैन परदेसी ने कहा मैं तो मैं रहता नहीं होश भी हो जाता है, एक पल ह्रदय में अपने जो ना पाऊं उनको.
साहित्य प्रेमी उदय सिंह ने कहा तू मरकर भी अमर हुई मां।
इस मौके पर स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष , राणा रणजीत सिंह, नवीन कुमार गुप्ता, कृष्णा प्रसाद वैश्यकियार महेंद्र कुमार, संजीव लोहानी सहित कई अन्य लोगों ने उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया है।अंत में गुलनार समूह के संस्थापक नीरज कुमार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए प्रत्येक वर्ष गुलनार परिवार की ओर से निर्धन व असहाय एक कन्या के विवाह में आर्थिक सहयोग प्रदान करने की घोषणा की है।. इस कार्यक्रम में अभयानंद मिश्र, महेंद्र कुमार, संजीव लोहानी, अश्वनी कुमार, मुन्ना कुमार कार्यक्रम की अध्यक्षता सम्मेलन के सभापति सुरेंद्र सिंह सुरेंद्र व संचालन महामंत्री सुमंत कुमार ने की।

You may have missed