इमामगंज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामसेवक राम की संदेहात्मक स्थिति में हुई मौत

मनोज कुमार ।

गया जिले के इमामगंज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामसेवक राम को संदेहात्मक स्थिति मौत हो गई है। उनका शव एक कमरा से खून से लथपथ अवस्था में बेड के नीचे से मिला है। दरअसल प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम सेवक राम मुल रुप से मधुबनी जिले के रहिका-ककरौल थाना क्षेत्र के फुहरी गांव के रहने वाले थे। वह इमामगंज प्रखंड क्षेत्र में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के रूप में तकरीबन 3 साल से कार्यरत थे। वह इमामगंज बाजार स्थित अनिल सिंह के मकान में किराए पर रूम लेकर रह रहे थे। रविवार की सुबह उनके परिजनों ने जब राम सेवक राम की मोबाइल फोन पर कई बार लगातार फोन पर बात करने की कोशिश की लेकिन उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया। इसके बाद उनके परिजनों को कुछ अनहोनी होने की आशंका व्यक्त करते हुए उन्होंने इसकी सूचना प्रखंड के शिक्षकों को दी। वहीं घटना की जानकारी पाने के बाद आनन-फानन में कुछ शिक्षक उनके किराए वाले मकान पर पहुंचे जब उनकी कमरे का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आया। अंत में लोगों ने इसकी सूचना इमामगंज पुलिस को दी। इसके उपरांत लोगों ने दरवाजे को तोड़ा तो राम सेवक राम बेड से नीचे गिरे हुए थे। उनकी मुंह और नाक से काफी ब्लडिंग हुई हुई थी।
वहीं घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन करते हुए आगे करवाई में जुट गई है। फिलहाल पुलिस ने अब तक शव को कब्जे में नहीं लिया है क्योंकि मृतक के परिजनों को आने के बाद ही पुलिस शव को कब्जे में लेगी। वहीं अचानक रविवार की सुबह उनकी मौत होने के बाद शिक्षक जगत में शोक की लहर फैल गई। पूरे प्रखंड क्षेत्र के शिक्षक घटनास्थल पहुंचे कर घटना को दुखद बताया। वही इस संबंध में शिक्षक संघ के अध्यक्ष मुखदेव कुमार यादव ने बताया कि हमें जानकारी ऐसी मिली है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामसेवक राम जी कुछ कारण बस डिप्रेशन में चल रहे थे। इस बीच उनको लूह भी लगी थी। वह कल शाम को ही आम के फल के अंझोरा और दवाइयां ली थी। उन्होंने इस घटना को उच्च स्तरीय जांच कर कार्रवाई की मांग की है। इधर अचानक शिक्षा पदाधिकारी रामसेवक राम की मौत होने के बाद पूरे प्रखंड क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। जो लोगों ने भी इस खबर को सुनी तो संन रह गए। इस घटना के बाद उनके किराए वाले मकान के बाहर काफी संख्या में शिक्षकों और आम लोगों की भीड़ लगी हुई है। हर कोई इस घटना को संदेहात्मक मौत बता रहे हैं। वहीं इस घटना के मामले में इमामगंज एसडीपीओ मनोज राम ने बताया कि यह घटना संदेहात्मक है। घटना के बाद सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। शव को परिजन आने के वाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। लेकिन कुछ कहा नहीं जा सकता है क्योंकि शव को पोस्टमार्टम होने के बाद ही कई खुलासा हो सकते हैं।

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