संतोष सुमन और जीतन राम मांझी की भाजपा से पहले से थी डील फाइनल-आदित्य
एस के राजीव ।
कांग्रेस सेवा दल बिहार यंग ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य पासवान ने हालिया बिहार की सियासत पर चिंता जताई है , उन्होंने कहा कि संतोष सुमन और जीतन राम मांझी काफी समय से बीजेपी के संपर्क में थे और महागठबंधन को कमजोर करने की कोशिश कर रहे थे । जीतन राम मांझी ने दिल्ली जाकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और तभी से उनकी और बीजेपी की डील फाइनल हो गई थी, जिसके बाद से वो लगातार सरकार में भागीदारी को लेकर दबाव बना रहे थे साथ ही महागठबंधन को छोड़ने के लिए मांझी सिर्फ बहाना तलाश रहे थे ।
आदित्य पासवान ने कहा कि मांझी की मंशा बहुत पहले की क्लीयर हो गई थी और वो उसी एनडीए का हिस्सा बनना चाह रहे हैं जहां उन्हें अपमानित किया गया था लेकिन बेटे और अपने स्वार्थ को सिद्ध करने के लिए कई महीने पहले से तैयारी में जुट गये थे । वहीं आदित्य पासवान ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में बेरोजगारी और महंगाई से लोग परेशान हैं और बीजेपी वाले जश्न मनाने में जुटे हैं । पार्टी दफ्तर में मटन पार्टी चल रही है, उन्हें देश की चिंता नहीं है । बीजेपी की इन्हीं करतूतों की वजह से पूरे देश से 2024 में आने वाले लोकसभा चुनाव में का सफाया हो जाएगा ।
आदित्य पासवान ने आगे कहा कि बीजेपी और कांग्रेस में अंतर ये है कि हम सत्याग्रही हैं और वो सत्ताग्रही हैं । बीजेपी ने संवैधानिक संस्थानों पर कब्जा कर देश को धार्मिक उन्माद की आग में झोंकने का काम किया है, उन्होंने कहा कि देश गलत हाथ में चला गया है और बीजेपी की चंगुल से देश को कांग्रेस आजाद करायेगी । आदित्य ने कहा कि जिस तरह से आजादी की लड़ाई ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ हुई थी, वैसी ही आज की स्थिति बन गई है । मोदी सरकार सिर्फ एक इंसान को देश की संपत्ति सुपुर्द करने में जुटे हैं और आम आदमी का पैसा लूटा जा रहा है जिसे कांग्रेस पार्टी नहीं होने देगी । बीजेपी लोकतांत्रिक परंपराओं को कमज़ोर करने में लगी है लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी ।
आदित्य पासवान ने कहा कि चुनाव में बीजेपी कभी हनुमान को लाती है तो कभी मंदिरों का राग छेड़ती है, लेकिन जनता अब समझदार हो चुकी है, जिस तरह से कर्नाटक में बीजेपी को लोगों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है आने वाले दिनों में बिहार से भी बीजेपी का पत्ता साफ हो जाएगा । बीजेपी का प्रोपगेंडा अब काम नहीं आएगा । दलितों, पिछड़ों की सिर्फ बातें करने वाली बीजेपी को अब इस समाज के लोग भी समझ चुके हैं ।
वहीं महागठबंधन को लेकर आदित्य पासवान ने कहा कि सभी विपक्षी दल एक साथ हैं और आने वाले चुनावों में बीजेपी को इसकी ताकत का अहसास होगा । जो बीजेपी वाले बड़े-बड़े ख्वाब देख रहें हैं वो सभी धूल धूसरित हो जाएंगे । वहीं मांझी को लेकर कहा कि बिहार में उनका कोई जनाधार नहीं है, 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी को महज 0.16 फीसदी वोट मिला था और एक भी सीट नसीब नहीं हुई थी जीतन राम मांझी की पार्टी ने 2020 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था तब उनकी पार्टी को 0.89 फीसदी वोट के साथ 4 सीटें हासिल हुई थीं । आदित्य पासवान का कहना है कि मांझी के जाने से महागठबंधन को कोई नुकसान नहीं होने वाला । आदित्य पासवान ने बताया कि जिस तरह से पिछले लोकसभा चुनाव में उनका खाता नहीं खुला था इस पार भी उनका खाता नहीं खुलेगा साथ ही जिस सपने को पूरा करने के लिए वो महागठबंधन से अलग हुए हैं वो भी सपना उनका अधूरा ही रहने वाला है ।