विधिक सेवा समिति के माध्यम से ग्रामीणों को अपने अधिकार के बारे में दी गई जानकारी

चंदन कुमार मिश्रा।

शेरघाटी।बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देशानुसारजिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गया श्री मनोज कुमार तिवारी के आदेशानुसार एवम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष अनुमंडलीय विधिक सेवा समिति दीपक कुमार के दिशानिर्देश में शनिवार को मध्य विद्यालय, कोठवारा, डोभी में एसिड हमले के पीड़ितों के लिये विधिक सेवा योजना, 2016 विषय पर अनुमंडलीय विधिक सेवा समिति, शेरघाटी के तत्वाधान में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
शिविर में बोलते हुए पैनल अधिवक्ता विजय कुमार ने कहा कि भारत में एसिड हमलों की घटनाएं आम तौर पर महिलाओं के ऊपर होती हैं। उन्होंने कहा कि विवाह के प्रस्ताव अथवा यौन प्रस्तावों से इंकार करने के परिणामस्वरूप या फिर दहेज से जुड़े विवादों के कारण एसिड अटैक के मामले अधिकतर होते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कतिपय मामलों में पारिवारिक या जमीन के विवादों, उत्तराधिकारों और अन्य संपत्तियों के मुद्दों के कारण भी एसिड हमलों का सहारा लिया जाता है।
निर्भया मामले के बाद आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार के संबंध में 2013 में केंद्र सरकार द्वारा एसिड हमलों के मुद्दे पर टिप्पणी की है।
व्यभिचारी पुरुषों के प्रस्तावों को ठुकराने जैसे विभिन्न कारणों और घरेलू हिंसा के रूप में भी महिलाओं पर एसिड फेंकना हमले का सर्वाधिक दंडनीय अपराध है।
अनुमंडलीय विधिक सेवा समिति कर्मचारी मनीष प्रकाश ने कहा कि एसिड हमला एक अपराध है, जो किसी भी पुरुष अथवा महिला के प्रति किया जा सकता है।
इसका भारत में एक विशिष्ट लैंगिक आयाम है। उन्होंने विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा गांव स्तर पर चलाए जा रहे विधिक साक्षरता शिविरों की जानकारी दी। कहा कि जागरूकता व बैठकें कर बुजुर्गों, बच्चों व महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों की जानकारी दी गई।
जानकारी देते हुए मनीष कुमार ने बताया कि जिला जज के द्वारा दिए गए निर्देश के आधार पर यह कार्यक्रम अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में काफी सहजता एवं सजगता के साथ चलाई जा रही है जिससे लोग जागरूक हो और अपनी अहमियत का को जाने इस अवसर पर पारा विधिक स्वयंसेवक शारदा रानी, विद्यालय के प्रधानाचार्य नसिमुदिन, सरपंच देवधारी यादव, संजय साव उप सरपंच, समाजसेवी मनीष श्रीवास्तव , अखौरी संजय समेत ग्रामीण लोग मौजूद थे।