जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा आज जिला नियंत्रण कक्ष का औचक निरीक्षण किया गया
मनोज कुमार ।
विदित हो कि जिला नियंत्रण कक्ष में गर्मी के मौसम में संभावित पेयजल की समस्या होने की स्थिति की जानकारी लेने के लिए तथा जिले में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों, नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र में बंद पड़े सार्वजनिक चापाकलों का सर्वेक्षण करवाया गया था, जिसके पश्चात प्राप्त सर्वेक्षण सूची के आलोक में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग गया के टीम द्वारा उन सभी चापाकल का मरम्मत करवाया जा रहा है। चापाकल मरम्मत का कार्य पूरी गुणवत्तापूर्ण हो इसके लिए जिला नियंत्रण कक्ष से ही मरम्मत उपरांत उपलब्ध करवाए गए चापाकलों की सूची के आधार पर स्थानीय लोगों से क्रॉस चेक फोन के माध्यम से चापाकल मरम्मत संबंधित जानकारी ली जाती है।
इन्हीं सब बिंदुओं पर जिला पदाधिकारी ने पूरी विस्तार से आज निरीक्षण के दौरान जानकारी ली, जानकारी लेने के दौरान बताया गया कि कुछ टोलो में चापाकल मरम्मत हेतु पीएचईडी द्वारा दावा किया जा रहा है, परंतु स्थानीय लोगों द्वारा मरम्मत नहीं होने की बात बताई जा रही है। उन सभी संबंधित क्षेत्रों में पुनः जब तक चापाकल मरम्मत ना हो तब तक फॉलोअप करते रखने का निर्देश दिए हैं। तथा यह फिर निर्देश दिए कि जितनी बार कॉल करेंगे तथा कॉल आएंगे उन सभी चीजों का पूरी अच्छे तरीके से रजिस्टर संधारित करें।
नियंत्रण कक्ष में कार्य करने वाले सभी कर्मियों को निर्देश दिए कि जिले के किसी भी क्षेत्र में पानी की समस्या से संबंधित शिकायत आने पर तुरंत संबंधित विभाग को सूचित करते हुए जब तक समस्या का समाधान ना हो तब तक लगातार फॉलोअप करते रहें।
जिला पदाधिकारी ने जिला आपदा पदाधिकारी तथा जिला पंचायत राज पदाधिकारी को निर्देश दिया कि प्रतिदिन संध्या में नियंत्रण कक्ष में आने वाले फोन कॉल से प्राप्त समस्याओं का समीक्षा करें नियंत्रण कक्ष में जिला स्तर के प्रखंड स्तर के तथा नगर निकाय स्तर के सभी पदाधिकारियों का मोबाइल नंबर उपलब्ध करवाएं ताकि फॉलो अप करने में आसानी हो।
नियंत्रण कक्ष को पूरी व्यवस्थित रूप में रखें सभी व्यवस्थाएं को दुरुस्त रखें।
इसके अलावा नियंत्रण कक्ष में आने वाले विभिन्न प्रकार के सभी फोन कॉल्स को संबंधित पदाधिकारी को सन सूचित किया जाता है तथा उसे फॉलोअप भी कराया जाता है।