ऑनलाइन माध्यम से प्रखंड एवं जिला स्तर पर जैव विविधता प्रबंधन समितियों की ऑनलाइन सम्मलेन का आयोजन किया गया

मनोज कुमार ।

गया, 25 जून 2024, डॉ० प्रेम कुमार, माननीय मंत्री, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की अध्यक्षता में दिनांक 25.06.2024 को पूर्वाहन 11:00 बजे ऑनलाइन माध्यम से प्रखंड एवं जिला स्तर पर जैव विविधता प्रबंधन समितियों की ऑनलाइन सम्मलेन का आयोजन किया गया।सम्मेलन में संबोधन के दौरान माननीय मंत्री महोदय के द्वारा जैव विविधता, कृषि, बागवानी, पशु एवं अन्य उत्पादन वयवस्था में जैविक विविधता, प्राकृतिक वन क्षेत्रों में जैव विविधता, जैव विविधता प्रबंधन समितियों की भूमिका, वानिकी, वन्यप्राणी, वृक्षारोपण एवं आद्रभूमि संरक्षण आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। माननीय मंत्री महोदय द्वारा बदलते मौसम के कारण आ रहे पर्यावरणीय बदलावों की वजह से मनुष्यों, वन्यजीवों एवं वनस्पतियों पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाओं पर चिंता व्यक्त की गई। उनके द्वारा राज्य में हरित आवरण को बढाकर 17% करने की दिशा में कार्य करने हेतु कहा गया। खतरनाक गति से बिखरते हुए जैव-विविधता और लुप्त होने के कगार पर पहुंची प्रजातियों के लिए व्यवसाय, वित्तीय संस्थानों, स्थानीय और क्षेत्रीय अधिकारियों, नागरिक समाज, महिलाओं, युवाओं और शिक्षाविदों को जैव-विविधता को महत्व देने, उसकी रक्षा करने और उसे बहाल करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए, जिससे सभी का लाभ हो।

जैव विविधता प्रबंधन समितियों की ऑनलाइन सम्मलेन कार्यक्रम गया वन प्रमंडल अंतर्गत 25.06.2024 को पूर्वाहन 11:00 बजे ऑनलाइन माध्यम से जिला स्तर पर समाहरणालय, गया एवं जहानाबाद के सभागार में, प्रखंड स्तर पर सभी प्रखंड मुख्यालय स्थित सभाकक्ष में एवं सभी नगर निकाय क्षेत्रों में नगर आयुक्त एवं संबंधित कार्यपालक पदाधिकारी, नगर निकाय द्वारा अपने अपने सभा कक्ष में उपलब्ध कराये गए लिंक पर विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई।इस कार्यक्रम के माध्यम से स्थानीय जड़ी-बूटी के खेती/बागवानी, कृषि वानिकी को प्रोत्साहित किया गया जिससे किसानो की आय में सतत वृधि होगी। प्राकृतिक वनाच्छादन का संरक्षण करने, वृक्षारोपण का संरक्षण एवं संवर्धन करने हेतु लोगो को प्रोत्साहित किया गया जिससे हरित आवरण में वृद्धि हो तथा जैव विविधता पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाओं में कमी आयेगी। जड़ी-बूटी तथा अन्य वनस्पतिक तथा जैविक उत्पाद के प्राकृतिक स्थलों से निष्कासन और व्यापार को अपने संज्ञान में लेकर उन्हें जैव-विविधता अधिनियम 2002 के अंतर्गत बिहार राज्य जैव-विविधता पर्षद के माध्यम से अपने विनिमयन में लाये जाने हेतु कहा गया। इस प्रकार के विनिमयन से स्थानीय जैव-विविधता प्रबंधन समिति को ऐसे व्यापार से लाभांश में हिस्सा मिलेगा।
सम्मलेन में अध्यक्ष, जिला परिषद् गया, वन संरक्षक, गया वन अंचल गया, वन प्रमंडल पदाधिकारी गया, उप विकास आयुक्त गया, जिला पंचायती राज पदाधिकारी गया, जिला परिषद् के सदस्यगण एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद रहें