मजदूरों की खुशहाली पर ही देश का भविष्य निर्भर-डाॅ.विवेकानंद मिश्र

विश्वनाथ आनंद ।
गया (बिहार)-विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी देश शीघ्र ही तीसरी आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर तेजी से अग्रसर है.और यह श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा एवं उनके लिए बने कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर लाकर श्रमिकों को खुशहाली पर ही देश का भविष्य निर्भर करता है.श्रमिक दिवस पर देश के तमाम क्षेत्रों में लगे श्रमिक बंधुओं के प्रति सुखमय मंगल भविष्य की कामना विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े एवं कौटिल्य मंच के लोगों ने इस दिवस पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की है.

जिनमें प्रमुख रूप से आचार्य राधा मोहन मिश्रा ,माधव जीएस ,रामचंद्र दास पूर्व मंत्री बिहार सरकार, शिवचरण डालमिया, राजीव नयन पांडे, हरि नारायण त्रिपाठी, वरिष्ठ अधिवक्ता मदन तिवारी, सुरेंद्र दुबे, प्रोफेसर रीना सिंह, प्रोफेसर अशोक कुमार ,डॉ रविंद्र कुमार ,अमित गोस्वामी, नीरज वर्मा ,शंभू गिरी ,फुल कुमारी यादव ,गुप्तेश्वर ठाकुर ,डॉक्टर जियाउद्दीन ,राम भजन दास, देव कुमार ठाकुर, मोहम्मद जहिया खान ,मोहम्मद तारीक सुबह, नागमतिया रशीद ,मसूद तरन्नुम, संगीता कुमारी ,सुनीता ,नीलम कुमारी ,शालिनी, भदानी, पार्वती देवी ,अधिवक्ता विश्वजीत चक्रवर्ती, रवि भूषण पाठक, आचार्य अखिलेश मिश्रा ,रणजीत पाठक ,पवन मिश्रा ,कुणाल कुमार साक्षी ,सरोज ,पुष्पा देवी, डॉक्टर ज्ञानेश भारद्वाज ,दीपक पाठक अधिवक्ता आदि प्रमुख लोगों का नाम शामिल है.