तो हो जाईये तैयार क्योंकी भाजपा को अब सबक सिखाना ही पङेगा —

संजय वर्मा ।

ई भाजपा की 17 उम्मीदवारों की सूची जारी हुई है इसमें उसका औरों से अलग चाल चरित्र चेहरा का पर्दाफाश हो गया मौइ कि सबका साथ सबका विकास का परखच्चे उड़ गए जिस वैश्य समाज के 23 %वोट को अपना कैडर या गुलाम मानती है उसे 1 सीट दी जबकि दशमलब से 2% आवादी बाले भूमिहार राजपूत ब्राम्हणों को 4-5 सीटें दी है।

इसका असली चेहरा यही है कथनी कुछ करनी कुछ माल महाराज का मिर्ज़ा खेले होली वैश्यों को उनकी आवादी के अनुरूप सीटें नहीं देंगे उनके वोट से सवर्णों को जिताने की इच्छा जरूर पालेंगे इसपर भाजपा नेताओं के मुह भी नही खुल रहा वो धृतराष्ट्र बन बैठा है वैसे भी नपुंसक से कोई उम्मीद करना ही वाहियात है वैश्य समाज को खुद ही ठोस कठोर निर्णय लेकर भाजपा को सबक सिखाना पड़ेगा ।