मुंशी हिंदी साहित्य के बड़े और बिंदास ब्रांड थे – पूर्व मंत्री

धीरज ।

गया।कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद्र की जयंती पर बिहार भाजपा के वरीय नेता व पूर्व कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने उन्हें याद करते हुए कहा कि हिंदी साहित्य के कथा सम्राट गोदान,गवन, प्रतिज्ञा,निर्मला,शतरंज के खिलाड़ी और रंगभूमि जैसे प्रसिद्ध उपन्यासों के रचनाकार,कहानीकार मुंशी प्रेमचंद की जयंती आज हम सब मना रहे हैं। मुंशी हिंदी साहित्य के बड़े और बिंदास ब्रांड थे। हिंदी साहित्य की दुनिया उन्हें साहित्य का सेठ कहती थी। वे हिंदी साहित्य कथा के,उपन्यास के पोस्टर बॉय और अनमोल रत्न थे। हिंदी साहित्य के कालजई उपन्यासकार,कहानीकार ने जीवन की सच्चाई को अपनी लेखनी से लोगों को रूबरू कराया। उनकी लेखनी से हमें निम्न सीख मिलती है। परिश्रम का कोई तोड़ नहीं,कोई विकल्प नहीं। विपत्तियां हमारे जीवन का विद्यालय है,जहां हमें सीख मिलती है। चापलूसी तब तक जहरीली नहीं जब तक आप उसे पी ना लें। किसी के बिगाड़ के डर से इंसान की बात ना करना सही नहीं। उनकी रचना हर युग में उतनी ही प्रसांगिक है जितनी तब थी। ऐसे महान आत्मा को उनकी जयंती के अवसर पर कोटि-कोटि नमन।